22 दिन से लापता मासूम की लाश मिली.. 11 थानो की पुलिस खोज रही थी, कुत्ते ने लाश ढूंढकर थमा दी खोपड़ी और हाथ का टुकड़ा
UP : जिला हमीरपुर में डेढ़ वर्षीय बच्ची सृष्टि गुप्ता 20 दिसंबर को लापता हुई। उसका कुछ पता नहीं चला। शनिवार को कुत्ते एक खोपड़ी और हाथ का टुकड़ा मुंह में लेकर घूम रहे थे। बच्ची की लाश की कपड़ो से पहचान हो गई। इससे पहले करीब 11 थानों की पुलिस बच्ची को खोजने में लगी रही।मगर बच्ची का कुछ पता नहीं चला. परिजन भी मासूम को खोजते रहे, लेकिन हर किसी के हाथ मायूसी ही लगी. तभी एक कुत्ते ने हमीरपुर पुलिस की कार्य प्रणाली पर ऐसे सवाल खड़े कर दिए, जिसका जवाब देना पुलिस के लिए अब भारी पड़ रहा है।
ये चौंकाने वाला मामला मौदहा कोतवाली क्षेत्र के पढोरी गांव से सामने आया है.यहां रहने वाले रवि कुमार गुप्ता की डेढ़ वर्षीय पुत्री सृष्टि 23 दिन पहले घर के बाहर खेलते हुए अचानक गायब हो गई थी. पहले तो परिजनों ने बच्ची को खोजने की कोशिश की. फिर परिजनों ने पुलिस को मामले की तहरीर दी. पुलिस ने भी मासूम को खोजने की कोशिश की। इस बीच रवि कुमार गुप्ता की पड़ोसी अर्चना की नजर अचानक एक कुत्ते पर पड़ी. जैसे ही उन्होंने कुत्ते को देखा तभी उनकी चीख निकल पड़ी। दरअसल वह कुत्ता मासूम का सिर लेकर आ रहा था. इसके बाद पूरे गांव में हड़कंप मच गया. मामले की सूचना परिजनों को दी गई. परिजनों ने इस दौरान शांति से काम लिया और वह कुत्ते के पीछे लग गए। कुत्ते ने थोड़ी दूर बाद बच्ची का शव गांव के पास बने खंडहर में छोड़ दिया. इसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई. मौके पर पुलिस भी पहुंच गई. इस दौरान एक दूसरा कुत्ता बच्ची का हाथ लेकर आ गया.
पुलिस ने फौरन फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड को बुलाया और बच्ची का शव खोजने की कोशिश की. यूं मिला मासूम का शव.. बता दें कि फॉरेंसिक टीम औऱ डॉग स्क्वायड की मदद से भी पुलिस बच्ची के शव तक नहीं पहुंच पाई. डॉग स्क्वायड तो मृतक बच्ची के घर के आस-पास ही घूमता रहा. इसके बाद पुलिस ने गांव के कुत्तों का पीछा किया. इस दौरान गांव के कुत्ते गांव से थोड़ी दूर बने एक नाले में गए. जब पुलिस ने नाले में देखा तो वहां बच्ची के कपड़े और हड्डियां पड़ी हुई थी. परिजनों का कहना है कि ये कपड़े और शव के अवशेष उन्हीं की बच्ची के हैं।