कबीर मिशन जिला ब्यूरो भिंड
मध्य प्रदेश में भिंड जिला हो या दतिया जिला इन दोनों जिलों में प्राइवेट संस्थान स्कूल जो खुले हैं। वह लूटने का अड्डा बने हुए है। पढ़ाई के नाम पर लाखों रुपए फीस रखी गई है । जिससे गरीब अपने बच्चों को स्कूल में पढ्ना एक सपना होग। सरकार कुंभकरण की नींद में डूबी हुई रहती है ।
वह बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रही है । क्योंकि सरकारी स्कूलों की व्यवस्था बहुत ही खराब स्थिति में है । स्कूलों में चपरासी नहीं है । जिससे साफ सफाई व्यवस्था चौपट है । क्योंकि सरकारी स्कूलों की इसलिए व्यवस्था खराब है क्योंकि इन प्राइवेट स्कूल वालों ने मोटी फीस रखकर यह जाता दिया है। कि हम पढ़ाई अच्छी करवाते हैं। जिस वजह से चाहे अमीर लोगों के बच्चे प्राइवेट स्कूलों में चले जाते हैं जिस वजह से स्कूली की व्यवस्था खराब है । और जो गरीब बच्चे होते हैं। वह मजबूरी बस सरकारी स्कूलों में नाम तो लिख लिया जाता है।
लेकिन बच्चे कभी नहीं आते जिस वजह से सरकारी मास्टर स्कूलों में सोते हैं। या जल्दी घर चले जाते हैं । जिस वजह से स्कूलों की धज्जियां उड़ गई है । और पढ़ाई व्यवस्था चौपट हो गई है। और सरकार कहती है। कि हम पढ़ाई निशुल्क करवा रहे हैं जबकि यह घोषणा मात्र झूठी अफवाह है।।प्राइवेट स्कूली अपनी मनमानी पर कर रहे हैं। कोई मापदंड नहीं है । कोई नियम नहीं है। इसके बावजूद भी यह प्राइवेट स्कूल खुलेआम लूट का अड्डा बन चुके हैं । पढ़ाई के नाम पर यह दिनदहाड़े अभिभावकों को लूट रहे हैं । और बच्चों का भविष्य अंधकार में बना दिया गया है।
सरकार को चाहिए कि गंभीरता पूर्वक विचार करना होगा और ऐसे शख्त नियम बनाने होंगे की मध्य प्रदेश में प्राइवेट स्कूलों पर प्रतिबंध लगाना होगा तभी सही मायने में बच्चों का भविष्य उज्जवल होगा और एक पढ़ाई एक ही नारा सब सरकारी स्कूल में यदि सरकार ने इस और कदम उठा दिए गए तो वह दिन दूर नहीं जब हमारा देश नई ऊंचाइयों पर पहुंच जाएगा
क्योंकि गरीबों का बच्चा और कलेक्टर का बच्चा जब सरकारी स्कूल में पड़ेगा तो चारों तरफ समानता का भाव उत्पन्न हो जाएगा और गरीबों का पैसा भी बच जाएगा और गरीबों ने जो सपना देखा है । वह बहुत ही जल्दी शीघ्र पूर्ण हो जाएगा क्योंकि शिक्षा की धारा पटल पर सब एक समान हो जाएंगे तभी पता चल जाएगा की कौन बच्चा कितना पढ़ाई करता है ।
इस प्रकार के नियम सरकार को जल्दी बनाने होंगे जिससे शिक्षा की व्यवस्था पूर्ण तरह से सुधर सके और कोई मनमानी नहीं कर सके इस प्रकार से शिक्षा पद्धति में बदलाव होने से बच्चों का भविष्य भी उज्जवल होगा और सभी बच्चों में पढ़ाई के प्रति जुनून भी जागेगा और कोई भी व्यक्ति यह नहीं कह पाएगा की स्कूलों में पढ़ाई नहीं होती है। क्योंकि स्कूलों में जब बच्चे आएंगे तो टीचर को भी पढ़ाई करनी होगी इसलिए माननीय प्रधानमंत्री जी से इस समाचार पत्र के माध्यम से कहना चाहता हूं कि वह है। शीघ्र ही यह निर्णय ले कि आज से प्राइवेट स्कूल बंद किए जाते हैं ।