कबीर मिशन समाचार,
सारंगपुर। राजगढ़ जिले की सारंगपुर तहसील की गल्ला मंडी में एक व्यक्ति अपनी मर्ज़ी से किसान के अनाज को ट्रैक्टर ट्राली से अपनी मर्ज़ी से एक टिफिन भर कर अपनी झोली में डाल रहा है। ऐसे आलम आपने शायद कहीं किसी मंड़ी में देखें होंगे। अनाज मंडी में कुछ व्यक्ति मांगने आते हैं लेकिन वे किसानों से बोलते हैं और किसान भाई अपने दोनों हाथों से पस भरकर उसकी झोली में खुशी खुशी डाल देता है तथा संबंधित व्यक्ति भी आगे चला जाता है। ऐसा हर मंड़ीयों में होता है।
आज सारंगपुर गल्ला मंडी से एक किसान का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है जिसमें एक शख्स अपनी मर्ज़ी से बिना किसी रोक टोक व किसान से पुछे बगैर ही ट्राली से एक टिफिन भर कर अपनी झोली भरते दिखाई दे रहा है। टिफिन की मात्रा देखें तो आधा किलो अनाज के कम नहीं होगी और इसी अनुपात में मंडी में किसानों की संख्या देखें और रोज का आंकड़े का गुना भाग किया जाएं तो कम से कम 50 किलो से अधिक मात्रा में अनाज एकत्रित कर लेता होगा दरशल ये शख्स बहुत पहले से ऐसा करता आ रहा है पर किसान चुप रहता आया है, किसान कि चुप्पी का कारण है उसकी फसल यदि कोई किसान उसे मना करें या बहस करें तो उस बेचारे कि फसल कम दाम मे विक्रय कि जाती है । अर्थात मंडी अधिकारियो कि खुल्लेआम दादागिरी कहा जा सकती है।
अब इस बारे में जानकारी के लिए मंडी जाएं और पता करें।हम आपको वीडियो में जो कुछ बातें सुनाई दे रही है उसमें मंड़ी के लोगों का कुछ तर्क़ है कि यह मंदिर के लिए जा रहा है। आपकी भावना नहीं है तो मत दो आदि। लेकिन भावना तब होगी जब वहां पुछेगा बोलेगा? और रही मंदिर की बात तो यह व्यवस्था मंड़ी प्रशासन की है और ऐसा कोई कानून नहीं है कि किसानो के अनाज से मंदिर के पुजारी का पेट भरा जाए।
वहीं किसान ने मंडी व्यवस्था पर भी सवाल उठाया है कि आप हमें मंडी में कौन सी सुविधा दे रहे हैं जो हम हमारा अनाज फ्रि में दे दें? दान एक दाने से लेकर अनन्त तक हो सकता है लेकिन जबरदस्ती उठाना यह क्या है? हमें दान करने को तैयार हैं लेकिन इस तरह नहीं की हमें पता ही नहीं हो।