जिला राजगढ़ /कबीर मिशन पचोर से सत्येंद्र जाटव
सारंगपुर से पचोर के बीच गोपालपुरा के पास 10 से अधिक गौ माता की अज्ञात मोटर वाहन से दुर्घटना में मौत जवाबदारी अंदेखी कर रहे हैं केवल चुनाव में ही नेता जोर-जोर से प्रचार प्रसार में गाय का नाम लेते हैं और गाय के नाम से राजनीति करते हैl आनेको गाय माता के नाम से संगठन बने हुए हैंl लेकिन वह केवल राजनीति संगठन सिद्ध हो रहे हैं आनेक गौशालाएं बनी हुई है लेकिन गौशाला में नाम मात्र के गाय देखने को मिल रहे हैं कुछ गौशालाओं को छोड़कर किसान आनेक प्रकार की आपदाओं से परेशान हो रहा है
लेकिन कहीं ना कहीं किसान की भी गलती है कि गाय माता बैलों को आवश्यकता पढ़ने पर ही देखरेख करते हैं गाय दूध देती है तब तक ही रखते हैं अनावश्यक पूरी होने पर उन्हें खुले आसमान और मैदाने में छोड़ दिया जाता हैl आजकल खेतों की बगर तार फेंसिंग रोड पर लाकरलगा दी गई है आज गाय माता भूख प्यास से मार रही है l खाने को कोई व्यवस्था नहीं है वह गांव से शहर की ओर आ रही हैंl
जिससे शहर में गयों की संख्या अधिक हो गई है नगर और शहरों में नेता केवल चुनाव में ही गौशाला निर्माण करने का वादा करते हैं और चुनाव जीत जाने के बाद मना कर देते हैं अनदेखी करते हैं इंसानों मजदूरों के बैठक व्यवस्था – पानी पीने शौचालय रैन बसेरे की व्यवस्था नहीं हो पा रही तो जानवर की कहां से करेंगे केवल कागजों में ही योजना संचालित हो रही है गौ माता के लिए शहर में बैठने की व्यवस्था न होने के कारण सड़क पर बैठ जाती है से दुर्घटना हो जाती है कहीं ना कहीं किसान भी इसके दोषी हैं ऐसा ही अनेकों बार पचोर
और अनेक शहरों में हो चुका है लेकिन जवाबदारी नेता अधिकारी अपनी जवाबदारी से पल्ला झाड़ लेते हैं वादा करेंगे और वादा से मुकर जाते हैं अधिकतर नेता लोग जुमले बाजी करते हैं चुनाव जीता जाते हैं आशा है कम से कम गौ माता के साथ तो चलवा ना करें गौ माता के साथ न्याय करें और उनके लिए शीघ्र कोई व्यवस्था है करें गौशाला में हर नगर शहरों में हूं और किसान अपनी जवाबदारी निभाते हुए एक-एक गाय अवश्य अपने घर में रखें।