कबीर मिशन सामाचार/ गुना,
रामहेत बारोलिया कुंभराज,
गुना ! स्नातक प्रथम वर्ष के परीक्षा परिणामों में हुई धांधली व यूनिवर्सिटी द्वारा विशेष परीक्षा निशुल्क कराए जाने की “वादा खिलाफी” के खिलाफ AIDSO के बैनर तले छात्र-छात्राओं द्वारा आज कुंभराज तहसील में ज्ञापन दीया गया….. छात्र संगठन एआईडीएसओ के द्वारा नई शिक्षा नीति को रद्द किए जाने व बिगड़े परीक्षा परिणामों को दुरुस्त करने की मांग पर लंबे समय से आंदोलन चलाया जा रहा है। इस आंदोलन के दबाव में जीवाजी विश्वविद्यालय के द्वारा छात्रों की विशेष परीक्षा निशुल्क कराए जाने का लिखित में आश्वासन दिया था लेकिन आज मोटी मोटी फीस विश्वविद्यालय वसूल रहा है।
उक्त संबंध में आज कुंभराज शासकीय महाविद्यालय के प्राचार्य को ज्ञापन दिया गया नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद बार-बार विषय परिवर्तित किए गए जिसके चलते छात्र समझ नहीं पाए कि उनके मूल विषय क्या है, और परीक्षा के 4 दिन पहले फिर से विषय परिवर्तित कर दिए गए फिर भी छात्रों ने परीक्षा की तैयारी की और परीक्षा दी। अंत में परीक्षा परिणाम घोषित किए गए जिसमें सैकड़ों छात्रों को अनुपस्थित और कई छात्रों को फैल कर दिया उच्च शिक्षा विभाग में बात करने के लिए गए तो वहां पर पता चला कि जीवाजी विश्वविद्यालय ने जिस आधार पर अंकसूची बनाई हैं वे उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन के आधार पर नहीं बनाई गई हैं। ।
इसके बाद जब सैकड़ों की संख्या में अपनी गलत मार्कशीट हाथों में लेकर छात्र 20 दिसंबर 2022 को जीवाजी विश्वविद्यालय पहुंचे तो जीवाजी विश्वविद्यालय की तरफ से यह आश्वासन दिया गया कि उनकी मार्कशीट को पुनः सुधार के डाला जाएगा और जिन भी छात्रों की परीक्षा छूट गई थी उन्हें निशुल्क करवाया जाएगा। उसके पश्चात जीवाजी विश्वविद्यालय द्वारा इसका नोटिफिकेशन भी जारी कर दी गई और जब छात्र ऑनलाइन की दुकान पर परीक्षा का फार्म भरने के लिए जा रहे हैं तो उनसे जो पूरक परीक्षा की फीस लगती है वह तो वसूली जा रही है उसे और 400 रुपए ज्यादा बढ़ा कर सरकार फीस वसूल रही है।
यहां पर जीवाजी विश्वविद्यालय का दोहरा चरित्र सामने आ रहा है जीवाजी विश्वविद्यालय के इस रवैया की छात्र संगठन एआईडीएसओ कड़ी निंदा करता है, तमाम गड़बड़ियों की जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार को लेना चाहिए और जिम्मेदार लोगों पर उचित कार्रवाई की जानी चाहिए