कबीर मिशन – संतोष कुमार सोनगरा आगर जिला प्रतिनिधि
आगर मालवा, 03 जनवरी। देश की पहली महिला शिक्षक, महान समाज सुधारक एवं नारी मुक्ति आन्दोलन की प्रणेता सावित्रीबाई फुले का जन्म दिवस 3 जनवरी को जिला एवं विकास खण्ड मुख्यालय पर महिला सशक्तिकरण के रूप में हर्षाल्लास एवं समारोहपूर्वक मनाया गया। जिला स्तरीय महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, आजीविका मिशन एवं उच्च शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वाधान में सामुदायिक भवन गांधी उपवन आगर में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मुन्नाबाई चौहान के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता कलेक्टर श्री कैलाश वानखेड़े द्वारा की गई। कार्यक्रम में सीईओ जिला पंचायत डीएस रणदा विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर अतिथियों द्वारा क्रान्तिज्योति सावित्रीबाई फुले के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्रीमती चौहान ने कहा कि नारी में शिक्षा की अलख जगाने वाली महान समाज सुधारिका सावित्रीबाई फुले का जन्मदिवस है, जिन्होंने अपना जीवन एक मिशन के रूप में जिया, जिसका उद्देश्य समाज में व्याप्त कुरीतियों को मिटाना था। ऐसी समाजसेविका से हमें प्रेरणा लेकर समाज सुधार के कार्य करना चाहिए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर श्री वानखेड़े ने सावित्रीबाई फुले के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला। कलेक्टर ने कहा कि क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले ने उस दौर में जब बालिका शिक्षा पर सामाजिक पाबंदी थी,तब स्वयं शिक्षित होकर अन्य बालिकाओं को शिक्षित करने का क्रांतिकारी कार्य किया।
सामाजिक पाबंदियों ने उन्हें हर कदम पर हर तरह से रोकने का प्रयास किए, बावजूद चोरी-चुपके बालिकाओं को पढ़ाया-लिखाया तथा नारी शिक्षा के लिए विद्यालय खोले। सावित्री बाई फुले ने अपने जीवन में कई सामाजिक कुरीतियों को मिटाने का कार्य किया, उनके क्रांतिकारीं प्रयासों की बदौलत ही आज उनके नाम के आगे क्रांतीज्योति लगाया जाता है। कलेक्टर ने इस अवसर पर उपस्थित नारीशक्ति को संबोधित करते हुए कहा कि देश के आर्थिक, सामाजिक विकास में सहभागी बने। महान समाज सुधारक सावित्रीबाई फुले के जन्मदिवस पर देश को स्वस्थ, शिक्षित एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सशक्त बनाने का संकल्प ले। उन्होंने कहा कि समाज में वर्षों से चली आ रही कुरीतियों को मिटाने का कोई कदम उठाता है, तो उसे अनेक सामाजिक विरोध झेलना पड़ते है किंतु अगर फैसला समाज हित में है तो हमें पीछे नहीं हटते हुए, पूरी दृढ़ इच्छा के साथ अपना कार्य करना चाहिए। आज कई महिलाओं ने अपने संघर्ष के दम पर अपनी अलग पहचान बनाई है, जो प्रशंसा की पात्र है। उन्होंने उपस्थित बालिकाओं से अच्छा पढ़-लिख कर कलेक्टर-एसपी बनकर अपने माता पिता का नाम रोशन करने का भी आव्हान् किया।
कार्यक्रम में उपस्थित स्व-सहायता समूह की सदस्य भोलीबाई ने स्व सहायता से जुड़ कर अपने परिवार का पालन पोषण करने में सहयोग करने, कचरा संग्रहण वाहन की प्रथम महिला चालक पूजा नरवाल, कैलाश बाई मालवीय, संगीता तोमर, ममता विश्वकर्मा, मनीषा गुर्जर सहित अन्य महिलाओं ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अपने संघर्ष की दास्तान सुनाई तथा महिला सशक्तिकरण की दिशा में स्वयं का उदाहरण पेश किया। कार्यक्रम में पूजा नरवाल, विजेता चंदेल, डॉ. हिना शेख, संगीता तोमर, साहू कुंवर आदि को विशेष उपलब्धि हॉसिल करने एवं समाजहित में उल्लेखनीय कार्यां के लिए अतिथियों द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर मंच से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में अतिरिक्त सीईओ जिला पंचायत जितेन्द्र सेंगर, सीएमओ पवन फुलफकीर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन महिला बाल विकास अधिकारी रीना शर्मा ने किया तथा आभार प्राचार्य शासकीय नेहरू महाविद्यालय आगर रेखा गुप्ता ने माना।