भोपाल में बीजेपी के बड़े नेताओं ने शहीद परिवार को किया सम्मानित बताया जो अभी तक कांग्रेस ने सम्मान नही दिया हमारी सरकार पूरा सम्मान देंगी = बारेलाल अहिरवार
भोपाल। मध्यप्रदेश के अनुसूचित जाति वर्ग के महान क्रांतिकारी वीर मनीराम अहिरवार जो कि स्वतंत्रता आन्दोलन में सन् 19 42 के अंग्रेजों भारत छोड़ो मुहिम के अहम किरदार थे। जिन्होंने महात्मा गांधी जी से प्रभावित होकर जब जिला नरसिंहपुर के चीचली गांव में वहां के गोंड राजमहल को लुटने के लिए अंग्रेजी सेना आई जिन्हें चट्टान की तरह खड़े होकर भाग जाने को कहा न रुकने पर उन्होंने युद्ध लड़ने को ललकारा । अंग्रेजी सेना गोंड राजमहल की ओर बढ़तीं आ रही थी। जो न रुके तब वीर मनीराम अहिरवार ने उन पर पत्थरों से हमला कर दिया। इनसे सीधा मुकाबला करने पर गांव से आ रहे युवकों की टोली जो कि अंग्रेजों वापस जाओं के और इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। यह नारा से मनीराम ने अपना सीना तान कर अंग्रेजों के आगे आ गये।
गांव के क्रांतिकारी वीर मंशाराम जसाटी, नर्मदा प्रसाद महलवार,के नेतृत्व में अनेक लोगों की टीम आ गई थी। यहां मनीराम युद्ध का शुभारंभ कर चुके थे, युवा दल देश भक्ति के नारे जोर जोर से लगा रहे थे। तभी अंग्रेजी सेना ने भीड़ को भगाने के उद्देश्य से पहली फायरिंग की तब वह गोली वीर मंशाराम जसाटी जी को लगीं वह मौके पर ही शहीद हो गये। मंशाराम जसाटी जी की वीरोचित शहादत देखकर वीर मनीराम ने गाली देते हुए पुनः गोली चलाने को ललकारा। वहां से अंग्रेजों की धुआंधार गोली यहां से मनीराम के अचूक पत्थर जब मनीराम को ही लक्ष्य कर गोली चलाई गई जो पास में खड़ी वीरांगना गौरादेवी कतिया को लगीं। मनीराम अहिरवार के युद्ध अंग्रेजी सेना से लड़ने पर दो आत्मा होम हुई। यह बड़ा हदसा से मनीराम आग बबूला हो गये। और इन्होंने गन गुलेल पत्थरों को बना कर पूरे सैनिकों को लहूं लुहान कर गांव से बाहर खदेड़ दिया।
यह आजादी का आन्दोलन चीचली राजमहल के सामने ही लड़ा गया था। जिनकी मृत्यु हुई उन्हें शहीद करार दिया गया। जो तत्काल दूसरे दिन गिरफ्तार हुए उन्हें सेनानी घोषित किया गया। लेकिन वीर मनीराम अहिरवार जी को बाद में अंग्रेजों द्वारा छल कपट से गिरफ्तार कर अपनी जेलखाना लें जाकर उन्हें गोंड राजमहल की गुप्त जानकारी लेने के एवज में दिन रात प्रताड़ना दी गई। तथा उनके साथ भारी अन्याय कर सजा ए मौत दी गई। ऐसे महान क्रांतिकारी वीर मनीराम अहिरवार जी को आज तक किसी भी पार्टी की सरकार ने शहीद घोषित नहीं किया और न ही उनके उत्तराधिकारी परिवार को सुविधा उपलब्ध कराई।
आज देश आजादी का अमृत महोत्सव की 75 वीं वर्षगांठ भी मना चुका है। बहरहाल कांग्रेस की लम्बे समय तक सरकार राज्य और केंद्र में सत्तारूढ़ कांग्रेस ही रहीं। जिसे अनुसूचित जाति वर्ग के ऐसे आजादी में योगदान देने वाले वीर मनीराम अहिरवार को सम्मान देकर उनके परिवार को सुविधाएं प्रदान कर उनके इतिहास को जिला के स्वतंत्रता सेनानी दस्तावेज में शामिल करबाना था यह क्यों नहीं किया गया भाजपा ने आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान भूले बिसरे शहीद व सेनानीयों की सूची तैयार की जिसमें जिला नरसिंहपुर के महान क्रांतिकारी वीर मनीराम अहिरवार जी की जानकारी प्राप्त हुई। बीजेपी ने उनके बारे में देश व प्रदेश के समझ प्रस्तुत किया। तथा अपने सोशल मीडिया नेटवर्क प्लेटफॉर्म के माध्यम से दुनिया को बताया
अमर शहीद वीर मनीराम अहिरवार जी के पोता मूलचंद मेधोनिया जो कि वर्षों से वीर मनीराम अहिरवार के समान की लड़ाई लड रहे है। इसके पहले पिता के द्वारा भी लड़ी गई लेकिन सरकार ने कभी नहीं सुनी जबकि चीचली में 23 अगस्त को प्रतिवर्ष वहां शहीद श्रद्धांजलि कार्यक्रम होता है। जहां पर अनेकों बार नेता ने वीर मनीराम अहिरवार जी की गौरव गाथा सुनाई। अनेक साहित्यिक लेखकों, पत्रकारों , सेनानियों व इतिहासकारों ने वीर मनीराम अहिरवार के सन्दर्भ में लिखा गया है। लेकिन सम्मान न देना उत्तराधिकारी परिवार को भी सम्मानित न करना ये बहुत बड़ी बेईमानी दिखती है।जो कि अनुसूचित जाति वर्ग के सामाजिक लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने व जातिगत आधार लगता है। जिसे मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा आम चुनाव में बीजेपी अपना एक मुद्दा बना सकती है। भोपाल में देश के प्रधानमंत्री आगमन के एक दिन पहले वीर मनीराम अहिरवार के सुपौत मूलचंद मेधोनिया को संत रविदास रत्न सम्मान अवार्ड देकर अलंकृत किया है।
इस आयोजन में केबिनेट मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, केबिनेट मंत्री श्री प्रभुराम चौधरी, गोविन्दपुरा विधायक श्रीमती कृष्णा गौर, तथा बीजेपी समर्थक रविदास वंशीय राष्ट्रीय अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी श्री सुरेश राठौर, गुजरात प्रदेश के पूर्व केबिनेट मंत्री श्री आत्माराम पवार सहित श्री सूरज केरो राष्ट्रीय महामंत्री श्री गुरु रविदास विशव महापीठ जैसे बड़े नेताओं के द्वारा शहीद वीर मनीराम अहिरवार के सुपौत मूलचंद मेधोनिया को सम्मानित किया गया है। श्री संत रविदास सेवा संस्थान भोपाल के अध्यक्ष श्री बारेलाल अहिरवार द्वारा इस अवसर पर साफ तौर पर कहा कि कांग्रेस के द्वारा हमारे महापुरुषों को सम्मानित न करना ये उनकी मानसिकता को दर्शाता है तथा कहा कि बीजेपी सरकार वीर मनीराम अहिरवार जी को राष्ट्रीय शहीद का दर्जा प्रदान कर उनके जन्म स्थान पर विशाल स्मारक बना कर इतिहासिक काम किया जायेगा
साफ तौर पर यह मुद्दा कांग्रेस को भारी नुक्सान देह साबित होगा। क्योंकि मनीराम अहिरवार के मामले को लेकर मध्यप्रदेश की अनुसूचित जाति वर्ग में काफी हलचल मची हुई है कि हमारे समाज में जन्मे महान क्रांतिकारी को सम्मान क्यों नहीं दिया।