विदिशा से कबीर मिशन समाचार पत्र जिला ब्यूरो चीफ महाराज सिंह दिवाकर की रिपोर्ट।..
ग्रीष्मकाल में पेयजल संकट की स्थिति निर्मित ना होपीएचई व जल मिशन के कार्यो की समीक्षा ..कलेक्टर श्री रौशन कुमार सिंह ने पीएचई व जल मिशन के कार्यो की समीक्षा की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि
ग्रीष्मकाल के दौरान आम आदमी को जल से मतलब है आवश्यकता के अनुसार जल की आपूर्ति सुनिश्चित कराने का दायित्व हमारा है। आंकडो से हम किसी निष्कर्ष पर तब पहुंच सकते है जब संबंधित ग्राम में रहवासियों को ग्रीष्मकाल में नल से घर में जल पहुंच रहा हो। ग्रीष्मकाल के दौरान जिले के किसी भी क्षेत्र में पेयजल संकट की स्थिति निर्मित नहीं होना चाहिए।
कलेक्टर श्री सिंह ने समीक्षा बैठक में कहा कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग और जल मिशन की ग्रामवार स्पष्ट प्लांनिग होना चाहिए और प्लानिंग के क्रियान्वयन हेतु क्या रणनीति तय की गई है। रणनीति की पूर्ति के लिए क्या संसाधन उपलब्ध है और किन संसाधनो की मांग की गई है और यह मांग कब तक पूरी होगी कि स्पष्ट जानकारी से ग्रामवासी भी अवगत हो। उन्होंने निर्धारित प्रपत्रों में
दर्ज की जाने वाली जानकारी कालमवार सहज, सरल भाषा में हो ताकि प्रपत्रो में अंकित जानकारी से आम आदमी भी समझ सकें कि हमारे गांव का हेण्डपंप खराब है तो उसका कारण क्या है और कैसे सुधरेगा और आवश्यक सामग्री की पूर्ति कब कैसे होगी। ऐसी कार्यप्रणाली अपनाने से आमजनों का विश्वास विभाग के प्रति बढेगा। कलेक्टर श्री सिंह ने ग्रीष्मकाल के दौरान पानी की पूर्ति
सुविधाजनक हो, जिला व लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग के द्वारा कंट्रोलरूम संचालित किए जाएं। फील्ड की प्लानिंग जहां ज्यादा समस्या आती है वहां संसाधनो का भण्डारण पूर्व में सुनिश्चित कराएं। कलेक्टर श्री सिंह ने हैण्डपंपो के सुधार के लिए मैकेनिकों की
जानकारियां ग्राम स्तर पर भी सुगमता से प्राप्त हो इसके लिए मैकेनिको को आवंटित ग्रामो की सूची संबंधित ग्राम पंचायतों में प्रदर्शित हो। हेण्डपंप के संबंध मंे स्पष्ट स्थिति से अधिकारी भलीभंाति अवगत हो। सामान्य खराबी से संबंधित हेण्डपंपो की समस्या नगण्य हो। ऐसे हेण्डपंप जिनका जल स्तर गिर गया है उन क्षेत्रो में वैकल्पिक स्त्रोतो के प्रबंध सुनिश्चित किए जाए।
कलेक्टर श्री सिंह ने विकासखण्डवार स्थापित हेण्डपंप में से क्रियाशील, बंद होने के विभिन्न कारणो की पृथक-पृथक जानकारी प्राप्त की है। कलेक्टर श्री सिंह ने पिछले वर्षो के अनुभवो के संबंध में जानकारी हासिल करते हुए कहा कि ग्रीष्मकाल के दौरान जल परिवहन की आवश्यकता के गांव चिन्हित किए गए है तो उन गांव में क्या समस्या है उसका समाधान क्या है।
समाधान की पूर्ति के लिए क्या संसाधन तय किए गए है। का खाका स्पष्ट होना चाहिए साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधियो को भी इसकी जानकारी हो। उन्होंने ग्रीष्मकाल के दौरान बिजली आपूर्ति के कारण कोई भी नलजल योजना प्रभावित ना हो के संबंध में ऊर्जा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए है।
उन्होंने ऐसे क्षेत्र जहां जल का स्तर नीचे चला जाता है उन क्षेत्रों में वैकल्पिक प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि जिले में कहीं भी पूर्व वर्षो के अनुभव आधार पर पेयजल परिवहन की स्थिति की निर्मित हुई है कि नहीं को भी जाना है।
उन्होंने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री को सख्त हिदायती निर्देश देते हुए कहा कि बिगड़े हेण्डपंपो की अविलम्ब सूचनाएं प्राप्ति के लिए ग्राम स्तरीय संचार तंत्र उन्नत किया जाए। ऐसे हेण्डपंप, नलजल योजना जो बंद होती है कि जानकारी अविलम्ब प्राप्त हो।
उन्होंने पीएचई के उपखण्ड स्तरीय कार्यालयों में भी ग्रीष्मकाल के दौरान कंट्रोल रूम संचालित करनेे के निर्देश दिए है। जिला पंचायत सीईओ श्री ओपी सनोडिया ने कहा कि ग्रामीणजनों को समय पर पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित हो साथ ही पशुधन को भी जलापूर्ति में कोई व्यवधान
ना आए इसके लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर कार्ययोजना तय की गई है। उन्होंने जल स्त्रोतो को स्वच्छ रखने पर बल दिया है। जिपं सीईओ श्री सनोडिया ने कहा कि बिजली आपूर्ति के कारण कोई भी नलजल योजना बंद ना हो के निर्देश प्रसारित किए गए है जिसका क्रियान्वयन कराया जाना सुनिश्चित हों। जिला पंचायत सीईओ ने ग्राम
स्तरीय अमले के द्वारा स्थानीय स्तर पर कराए गए सर्वे के आधार पर आंकडो को प्रस्तुत किया और बंद पडी नलजल योजना के कारणो को रेखांकित किया। बैठक में ग्रामीण क्षेत्रो में स्थापित एकल नलजल योजना के अलावा ग्रीष्म ऋतु के लिए विभाग की तैयारियां व समस्याग्रस्त बसाहटो एवं ग्रामो की कार्ययोजना के तहत संपादित किए जाने वाले कार्यो से विभाग के उपयंत्रियों व जनपद सीईओ के द्वारा
अवगत कराया गया है। कलेक्टर श्री रौशन कुमार सिंह ने नगरीय निकाय क्षेत्रो के अंतर्गत ग्रीष्म ऋतु में जल प्रदाय के लिए किए गए प्रबंधो का भी जायजा लिया गया है उन्होंने नगरपालिका क्रमशः विदिशा, सिरोंज एवं बासौदा के अलावा नगर परिषद लटेरी, शमशाबाद एवं कुरवाई के अधिकारियों से ग्रीष्मकाल में पेयजल के लिए किए गए प्रबंधो, जल परिवहन
की आवश्यकता, पाइप लाइन से पानी की पूर्ति ना होने वाले क्षेत्र जिनमें ट्रेक्टर, ट्रक के माध्यम से टैकरो से पानी पहुंचाया जाता है इसके अलावा फिल्टर प्लांट की क्षमताएं, राॅ वाटरसोर्स, टंकियों की जानकारियां, बोरवेल हेण्डपंप, ट्रैक्टरयुक्त टेंकर की निकायवार जानकारियां प्राप्त की गई।