“कबीर मिशन समाचार पत्र”
”इंदौर मध्य प्रदेश”
इंदौर 31 अगस्त 22 , इंदौर घटना स्थल के आसपास के सैकडो सीसीटीव्ही देखे, जोया किन्नर के परिचितो से कि पुछताछ, जोया किन्नर की जिंदगी के आखिरी 3 दिनो मे मिले हर व्यक्ति से कि पुछताछ, कातिल से सोशल मिडीया के जरिये हुई थी जोया की मुलाकात, आटो वाले को कहा था आधे घण्टे बाद आना,लाश को काट कर आधे धड को फेंका था ग्रीन बेल्ट मे ,लाश का आधा हिस्सा घर पर पेटी मे रखा छुपा कर ।
🔴हवस ने बनाया कातिल….
श्रीमान पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री हरिनारायणचारी मिश्र व्दारा थाना खजराना पर मिली आधे धड वाली घटना सनसनीखेज होने से उक्त घटना को करने वाले आरोपीयो के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया गया हैं। उक्त निर्देशों के अनुक्रम में श्रीमान अतिरिक्त पुलिस आयुक्त महोदय (कानून व्यवस्था) श्री मनीष कपूरिया द्वारा पुलिस उपायुक्त (जोन 2) श्री संपत उपाध्याय एवं अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (जोन 2) इंदौर श्री राजेश व्यास एवं सहायक पुलिस आयुक्त अनुभाग खजराना श्री जयंत सिंह राठौर को आरोपीयो कि गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया गया हैं। उक्त निर्देशों के तारतम्य में आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु थाना प्रभारी खजराना दिनेश वर्मा को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए थे ।
दिनांक 30/08/22 को थाना खजराना पर सूचना प्राप्त हुई की ग्रीन बेल्ट एम.आर. 10 पर एक सफेद युरिया कि बोरी मे कुछ संदिग्ध वस्तु है जिसमे खून के निशान है जिस पर मौके पर पुलिस टीम ने पहुच कर देखा तो एक शव का आधा कमर के निचे का धड था जो की एक कपडे से पैरो के यहां से बंधा था । घटना सनसनीखेज व गंभीर प्रवत्ती कि होने से वरिष्ठ अधिकारियो ने मौके पर से एफएसएल टीम को निरीक्षण हेतु बुलाया गया साथ ही पुलिस की अलग अलग टीमे बना कर दिशा निर्देश देकर रवाना किया गया ।
खजराना पुलिस व्दारा घटना स्थल के आसपास के 500 मीटर के दायरे मे आने वाले सैकडो सीसीटीव्ही फुटेज को चैक किया गया जिसमे पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारीया मिली । साथ ही विगत दिनो मे हुई गुम इंसानो के बारे मे जानकारी लेने पर यह ज्ञात हुआ कि दो दिन पूर्व एक किन्नर जिसका नाम जोया है वह अशरफी कालोनी मे किसी से मिलने के लिये आई थी किंतु वहा से वापस नही आई जिस दिशा मे पुलिस टीम व्दारा अशरफी कालोनी के फुटेज चैक करने पर जोया अशरफी कालोनी मे आते हुए दिखाई दी किंतु कहा गई इसकी जानकारी नही मिली थी । पुलिस टीम व्दारा अशरफी कालोनी मे रहने वाले कई जाँच के दायरे मे आने वाले से पुछताछ की गई किंतु कोई ठोस जानकारी नही मिली । पुलिस टीम व्दारा उक्त धड को जोया के परिवारजनो से तस्दीक कराने पर जिस कपडे से पैर बंधा होना पाया गया था वह जोया का घाघरा फुलदार होना पहचान की गई ।
जिस आधार पर पुलिस टीम व्दारा जोया कि गुम होने के पश्चात जिन लोगो से मिली थी उस हर व्यक्ति से पुलिस टीम व्दारा पुछताछ कि गई जिसमे जिस आटो चालक ने जोया को अशरफी कालोनी मे छोडा था उसने कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दी जिस आधार पर पुलिस टीम व्दारा तकनीकी विश्लेषण के आधार पर संदेही नूर मोहम्मद कि तलाश करते नही मिला जिसकी तलाश मे पुलिस ने टीमे रवाना कि जो पुलिस खजराना कि एक टीम ने संदेही नूर मोहम्मद को आलापुरा जूनी इंदौर से अपनी गिरफ्त मे लिया । पुलिस टीम व्दारा आरोपी को थाना पर लाकर पुछताछ करने पर आरोपी व्दारा जोया को मारना स्वीकार किया ।
आरोपी से पुछताछ मे जानकारी मिली की आरोपी की जोया से पहचान इंटरनेट के जरिये हुई थी इंटरनेट से जोया का नंबर मिला था जिस पर आरोपी ने जोया को फोन लगाकर बुलाया था ।जब जोया आरोपी नूर मोहम्मद के घर आया और उसे यह पता चला कि वह लडकी नही है किन्नर है तो आरोपी ने घुस्से मे आकर जोया का टावेल से गला दबाकर मार दिया तथा शव को ठिकाने लगाने के लिये बकरा काटने के बंका से शव को दो भागो मे काट कर अपनी एक्टीवा से खाद की बोरी मे शव के एक धड जो कमर के निचे के हिस्से का था को बोरी मे बन्द कर एम.आर. 10 रोड के पास झाडीयो मे फेंक आया था तथा शव के एक हिस्से उपरी धड को अपने घर मे ही छुपाकर रखा था ।
पुलिस कि सक्रियता से आरोपी मृतक जोया के धड के दूसरे हिस्से को ठिकाने नही लगा पाया उसे उसने अपने घर पर ही पेटी मे छुपा दिया और समय मिलने पर कही दूर फेंकनेकी योजना बनाई थी । मृतक जोया का मोबाईल फोन एवं घटना मे इस्तेमाली आला जरब (बंका) भी उसके घर से बरामद किया गया ।
उल्लेखनीय है कि संदेह के आधार पर जब पुलिस टीम आरोपी के घर के आस पास छानबीन कर रही थी तो आरोपी पुलिस को देखकर रफूचक्कर हो गया था ।
उक्त सराहनीय कार्य को करने मे थाना प्रभारी खजराना दिनेश वर्मा, उनि रितेश यादव,उनि राम कुमार रघुवंशी,सउनि प्रवेश सिंह,सउनि सुनील रैकवार, प्रआर. जिशान एहमद, विनोद यादव,लोकेन्द्र सिंह, रवि भार्गव,मेहमुद खाँन, आरक्षक शशांक चौधरी, देवेन्द्र यादव, रामकुमार मीणा, नितेश रायकी सराहनीय भूमिका रही ।