उज्जैन

उज्जैन – म.प्र. में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के दो वर्ष पूर्ण होने पर 9 सितम्बर को उज्जैन में जुटेंगे शिक्षाविद, चंद्रयान-3 से जुड़े स्पेस साइंटिस्ट् डॉ.रवि वर्मा विद्यार्थियों को संबोधित करेंगे

कबीर मिशन सामाचार/उज्जैन,

उज्जैन । मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के दो वर्ष पूर्ण होने पर शनिवार 9 सितम्बर को उज्जैन में एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला तथा सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा। विक्रम विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती सभागार में आयोजित कार्यशाला में प्रदेश के शासकीय और निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतिगण, वरिष्ठ शिक्षाविद भाग लेंगे। इस अवसर पर इसरो के स्पेस साइंटिस्ट श्री रवि वर्मा विद्यार्थियों को संबोधित करेंगे।उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने गुरूवार 7 सितम्बर को प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों को चर्चा के दौरान बताया कि केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को देश में लागू करने के साथ मध्य प्रदेश में क्रियान्वयन किया गया है।

प्रेस कॉन्रेंॉयस के अवसर पर कुलपति श्री अखिलेश कुमार पाण्डेय, कुलानुशासक श्री शैलेंद्र कुमार शर्मा आदि उपस्थित थे। स्नातक स्तर पर प्रथम और द्वितीय वर्ष में विद्यार्थियों के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप पाठ्यक्रम लागू किये गये हैं। नीति के अंतर्गत विद्यार्थी के कौशल विकास की दिशा उच्च शिक्षा विभाग द्वारा कई कदम उठाए गए हैं। इस वर्ष तृतीय वर्ष का पाठ्यक्रम लागू किया जा रहा है।उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.यादव ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन पर केंद्रित कार्यशाला में प्रदेश के समस्त विश्वविद्यालयों के कुलपतिगण, राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर गठित टास्क फोर्स के सभी सदस्यगण, समस्त शासकीय महाविद्यालयों के एनईपी नोडल अधिकारियों तथा प्रत्येक जिले में राष्ट्रीय शिक्षा नीति का प्रचार प्रसार करने के लिए मनोनीत एनईपी एम्बेसडर प्राध्यापक भाग लेंगे। शिक्षा संगठनों के चयनित सदस्य तथा उच्च शिक्षा परिषद के सदस्यों को भी आमंत्रित किया गया है।

कार्यशाला में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप पाठ्यक्रम निर्माण: तथ्य, समस्या और समाधान, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप विभिन्न संकायों में भारतीय ज्ञान परंपरा का समावेश एवं तदनुसार अध्यापन, राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में कौशल संवर्धन एवं केरियर निर्माण योजना, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में सूचना संचार तकनीक का उपयोग और राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में कला और संस्कृति का समावेश, विषयों पर पांच समानांतर सत्र होंगे।उन्होंने बताया कि इस अवसर पर इसरो के स्पेस साइंटिस्ट रवि वर्मा विद्यार्थियों को संबोधित करेंगे। इस कार्यक्रम का प्रदेश के सभी महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में प्रसारण होगा। श्री वर्मा अहमदाबाद में स्पेस एप्लीकेशन सेंटर में वरिष्ठ वैज्ञानिक है और चंद्रयान-3 सहित, चंद्रयान-2, पीएसएलवी, जीएसलेवी जैसी कई परियोजनाओं पर कार्य कर चुके हैं।

कार्यक्रम में मेपकास्ट के महानिदेशक डॉ अनिल कोठारी भी उपस्थित रहेंगे।मेधावी विद्यार्थियों का सम्मान किया जायेगाउच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने बताया कि इस अवसर पर प्रत्येक संभाग से एक-एक शिक्षक को सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रचार प्रसार के लिए वर्ष 2022 में आयोजित राज्य स्तरीय विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता विद्यार्थियों को इस कार्यशाला में पुरस्कृत किया जाएगा। विभिन्न विश्वविद्यालय में इन्क्यूबेशन सेंटर के माध्यम से स्टार्ट अप को प्रोत्साहित करने के लिए चयनित विद्यार्थियों को सीड मनी वितरित की जाएगी। नैक मूल्यांकन में ए++ और ए+ विश्वविद्यालय और महाविद्यालय को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा।

कार्यक्रम में अतिथिगण मप्र हिन्दी ग्रंथ अकादमी द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन पर प्रकाशित ‘नंदी घोष’ पुस्तक का विमोचन करेंगे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति की गतिविधियों एवं कार्यशालाओं पर केंद्रित प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। इस प्रदर्शनी में मध्य प्रदेश हिंदी ग्रंथ अकादमी द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के आधार पर तैयार पाठ्यक्रम पुस्तकों को भी प्रस्तुत किया जाएगा। स्वामी विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ की ओर से कैरियर मेले का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर उज्जैन शहर के समस्त शासकीय-अशासकीय विश्वविद्यालय, महाविद्यालय तथा विद्यालय में अध्ययन कर रहे मेधावी विद्यार्थियों को कक्षावार चयनित कर सम्मानित किया जाएगा।

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