उज्जैन मध्यप्रदेश

उज्जैन। अलग रह रहे दम्पत्ति का हुआ लोक अदालत में मिलन, दोनों के चेहरे पर आई खुशी।

राजीनामा करने वाले पक्षकारों को पौधों एवं भोजन का नि:शुल्क वितरण, लोक अदालत में अनेक प्रकरणों का राजीनामा आदि से हुआ निराकरण

उज्जैन 09 दिसम्बर। लोक अदालत विवाद के पक्षकारों को समझौते के आधार पर सहज एवं सुलभ न्याय दिलाने का सरल एवं नि:शुल्क माध्यम है। लोक अदालत में प्रकरणों के निराकरण से पक्षकारों में समय एवं धन की बचत होती है तथा आपसी भाईचारा एवं सद्भाव भी बना रहता है। उज्जैन जिला मुख्यालय पर जिला न्यायालय में लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस आशय के विचार शनिवार 9 दिसम्बर को आयोजित नेशनल लोक अदालत के शुभारम्भ के दौरान विशेष न्यायाधीश एवं लोक अदालत के संयोजक श्री सुनील कुमार ने कही। जिला न्यायालय भवन के मुख्य प्रवेश द्वार पर जिला न्यायाधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री कपिल भारद्वाज, जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री चंद्रेश मण्डलोई एवं अन्य न्यायाधीशगण, पैनल लॉयर्स एवं अतिथिगणों के द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर लोक अदालत का शुभारम्भ कर समस्त पीठासीन अधिकारियों को लोक अदालत में रखे गये प्रकरणों का अधिक से अधिक संख्या में निराकरण करने सम्बन्धी निर्देश एवं शुभकामनाएं दी।

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लोक अदालत में अलग रह रहे पति-पत्नी का हुआ मिलन और उनके चेहरे पर छाई खुशी। परिवार न्यायालय उज्जैन में इसी तरह एक दम्पत्ति के मध्य आपसी मन-मुटाव के कारण काफी समय से विवाद चल रहा था, किन्तु सन्तान के भविष्य को लेकर न्यायालय द्वारा समझाईश दी गई तथा दोनों दम्पत्ति को उपस्थित अधिकारीगण द्वारा पुष्पमाला पहनाई गई और दोनों को उनके सुनहरे भविष्य की कामना करते हुए समझौते के बाद खुशी-खुशी दोनों पति-पत्नी को विदा किया। लोक अदालत में बड़ी संख्या में पक्षकारगण, आम नागरिक लाभांवित हुए। विशेषकर पारिवारिक प्रकृति के विवादों के साथ-साथ क्लेम, विद्युत चोरी, चेक बाउंस, आपराधिक एवं दीवानी प्रकरणों का काफी संख्या में निराकरण हुए। पारिवारिक प्रकरणों में अनेक बिछड़े हुए परिवारों को मिलाया गया एवं मोटर दुर्घटना क्लेम प्रकरणों में पीड़ित व्यक्तियों को लाखों रुपये की क्षतिपूर्ति राशि के अवार्ड भी पारित हुए। लोक अदालत में विद्युत अधिनियम सम्बन्धी शहरी क्षेत्र एवं ग्रामीण क्षेत्र के विशेष न्यायाधीशगणों के द्वारा प्रकरणों का निराकरण किया गया। इनमें काफी प्रकरण पांच वर्ष की लम्बी अवधि से न्यायालय में लम्बित थे।

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लोक अदालत में वन विभाग के सहयोग से प्रकरणों में समझौता करने वाले पक्षकारों को न्यायवृक्ष प्रदान किया गया एवं स्वर्णिम भारत मंच उज्जैन के सहयोग से लोक अदालत में लगभग 200 लोगों को नि:शुल्क भोजन करवाया गया। लोक अदालत के संयोजक एवं विशेष न्यायाधीश श्री सुनील कुमार एवं परिवार न्यायालय के न्यायाधीश श्री वीके गुप्ता, जिला न्यायाधीशगण श्री संजय श्रीवास्तव, श्री विवेक कुमार चन्देल, श्री शशिकांत वर्मा, श्री संजय राज ठाकुर, श्री सुनील कुमार शोक, श्रीमती मंजुल पाण्डे, श्री अभिषेक नागराज, श्री राजेश जैन, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री राजेन्द्र सिंह सिंगार व न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी श्री वीरेन्द्र जोशी, श्री विनायक गुप्ता, श्री अतुल यादव, सुश्री सोनाली वर्मा, श्री वीरेन्द्र वर्मा सहित न्यायिक अधिकारीगण, शासकीय अधिवक्तागण, मण्डल अभिभाषक संघ के अध्यक्ष श्री अशोक यादव, अभिभाषक श्री राजेश जोशी, अभिभाषक संघ के कार्यकारिणी सदस्य श्री महेन्द्र सोलंकी, श्री मुकेश आर.उपाध्याय, विभिन्न बैंकों के अधिकारीगण, फायनेंस कंपनियों एवं विद्युत विभाग के अधिकारी, पैरालीगल वॉलेंटियर्स श्रीमती प्रीति गोयल आदि सामाजिक कार्यकर्ता एवं बड़ी संख्या में पक्षकारगण उपस्थित थे।

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