उज्जैन मध्यप्रदेश

उज्जैन बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना अंतर्गत युवा संवाद कार्यक्रम

उज्जैन बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना अंतर्गत युवा संवाद कार्यक्रम

उज्जैन 12 दिसम्बर। बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना अंतर्गत 11 दिसम्बर को सभी जगह बालिकाओं को समान प्रतिनिधित्व मिले विषय पर युवा संवाद कार्यक्रम का आयोजन शासकीय माधव आर्ट्स एवं कॉमर्स स्नातकोत्तर महाविद्यालय रामजनार्दन मंदिर के पास जिला उज्जैन में किया गया। कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास जिला उज्जैन श्री साबीर अहमद सिद्दीकी द्वारा बताया गया कि सभी बालिकाओं को अपने जीवन की दिशा चुनने का अधिकार है I शासन स्तर पर बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना अंतर्गत बालिका लिंगानुपात बढ़ाने हेतु निरंतर प्रयास किये जा रहे है I इन प्रयासों से लिंग विभेदीकरण में कमी आ रही है I

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बालिकाओ की शिक्षा,उनकी सुरक्षा एवं स्वास्थ्य के लिये भी विभाग द्वारा निरंतर प्रयास किये जा रहे है ,आज हर क्षेत्र मे बालिकाए आगे है, उनके साथ किसी प्रकार के भेदभाव न हो एवं वे सुरक्षित रहे निरंतर प्रयास किये जा रहे है | बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के तहत हम बालिकाओं/महिलाओं को सशक्त करने के साथ, महिलाओ के सशक्तिकरण के लिए काम करे, ताकि समाज व देश में हम महिलाओं को बेहतर माहौल उपलब्ध करवा पाए | समाज व देश में बालिकाओं/महिलाओं को प्रतिस्थापित करने के लिए उनको समान अवसर प्रदान करना, जिससे की वह अपने आप को समाज में बेहतर तरीके से प्रतिस्थापित कर सके | जिससे कि एक स्वस्थ समाज व स्वच्छ देश के निर्माण में हम अपनी अहम भूमिका निभा सके| पोक्सो एक्ट 2012 के नवीन प्रावधानों से सभी बालक/बालिकाओं को अवगत करवाया गयाI स्वाधार गृह की संचालिका द्वारा सभी बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन बहुत ही अमूल्य है इसे यूं ही व्यर्थ न गवाएं और अपने लक्ष्य प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास करेंI सभी बालक/बालिकाएं अपने शिक्षा पर विशेष ध्यान देने के साथ साथ अपने माता-पिता की बातो का ईमानदारी के साथ पालन करें| अपने कैरियर एवं परिवार में सामंजस्य बनाये रखना जरुरी हैI

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शासकीय माधव आर्ट्स एवं कॉमर्स स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्या डॉ.जे.एल. बरमैया द्वारा बालक/बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि बालक/बालिकाओं की प्रथम पाठशाला घर परिवार से शुरू होती है, घर परिवार के संस्कार, बच्चों के जीवन की अहम नींव होती है| बच्चे उन्हें ही संस्कारो को आगे भविष्य में भी, अपने जीवन में बनाये रखने के साथ ही जीवन में आगे बढ़ते है| आज सभी क्षेत्रों में बालक और बालिकाओं को सामान अवसर प्रदान किये जा रहे है| बालिकाएं भी आज बालकों की तरह कदम से कदम मिलकर हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है| शासकीय माधव आर्ट्स एवं कॉमर्स स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राध्यापिका डॉ.शोभा मिश्रा द्वारा बालक/बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि बालिकाओं के संबंध में पहले और आज की स्थिति में काफी बदलाव आया है आज वे अकेली नहीं हैं| उन्होंने ये भी कहा कि जब हम बेटियों के अधिकार की बात करते हैं तो उनके कर्तव्यों के बारे में भी बात करें I जीवन में कभी भी कोई समस्या होने पर उसके समाधान के लिए किसी विश्वसनीय व्यक्ति से साझा करे I कुछ लोग पदचिन्हों पर चलते है एवं कुछ लोग अपने पदचिन्ह बनाते है I सभी बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमे दूसरी श्रेणी में आना है व् अपने पदचिन्ह खुद बनाना है I बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना को बेटियों की शिक्षा में लाभकारी बताया तथा यह भी कहा कि ऐसी कल्याणकारी योजनाओं से समाज में जागरूकता आती है एवं यह योजना सतत चलते रहने चाहियेI युवा संवाद प्रतियोगिता में श्री राहुल प्रजापति MA समाजशास्त्र प्रथम स्थान, श्री मनीष बैरागी MA दर्शनशास्त्र द्वितीय स्थान एवं सुश्री अपेक्षा परमार BA प्रथम वर्ष तृतीय स्थान पर रहे | बालक/बालिकाओं को स्मृति चिन्ह भेंट किये गएI कार्यक्रम में बालिकाओं को उनकी सुरक्षा हेतु पेपर स्प्रे का वितरण महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किया गया I

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कार्यक्रम का संचालन शासकीय माधव आर्ट्स एवं कॉमर्स स्नातकोत्तर महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक चन्द्रदीप यादव द्वारा किया गया एवं आभार प्राध्यापक डॉ. आयशा सिद्धीकी ने मानाI डॉ.आयशा सिद्धीकी, प्राध्यापक, राजनीतिशास्त्र, डॉ.रायसिंह सोलंकी सहायक प्राध्यापक कार्यक्रम में निर्णायक रहे | मिशन वात्सल्य की टीम परामर्शदाता श्रीमती मृणाल भिलाला, सामाजिक कार्यकर्ता श्री गौरव मित्तल का उल्लेखनीय योगदान रहा|

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