शासन का नियम पिता के बाद पुत्र को दी जानी है नौकरी
(धीरज नायक)
नीमच। नीमच में स्थित अल्कोलाइड फैक्ट्री में अनुकम्पा नियुक्ति में हो रहा भ्रष्टाचार, शासकीय अफीम फैक्ट्री में जरूरतमन्द को नही दी जा रही नोकरी, रिश्वतखोरी के चलते छुपाई जा रहे आवेदकों की संपत्ति। जबकि अनुकम्पा भर्ती का नियम कहता है कि जिनके पास स्वयं का मकान व जमीन हो उन्हें भर्ती नही किया जाना है। फिर भी अनुकम्पा नियुक्ति में आवेदकों की संपत्ति होने के बावजूद फर्जीवाड़ा कर नोकरी दे दी गई।
अल्कोलाइड फैक्ट्री का एक ऐसा मामला सामने आया है। जिसमे पीड़ित युवक नितेश सिंह पिता स्व. बापूसिंह चौहान द्वारा बताया गया कि उनके पिता जी अफीम फैक्ट्री में टीजी सेकेंट ग्रेड के पद पर नियुक्त थे। जिनकी 14 जून 2005 में मृत्यु हो गई थी। ततपश्चात पिताजी की जगह पुत्र को नोकरी देना शासन का नियम हैं। नितेश सिंह चौहान द्वारा अनुकम्पा नियुक्ति निकलने पर आवेदन किया गया। जिसके बाद अल्कोलाइड फैक्ट्री द्वारा नियुक्ति नही दी गई। और बहाने बनाने लगे। कहा गया कि पद ख़ाली नही है खाली होने पर सूचना दी जाएगी। जब कई महीनों तक जवाब नही आया तो पीड़ित नितेश द्वारा संस्थान पहुँचकर जानकारी ली गई। तो टालमटोल करते हुए तीन साल का नियम बताने लगे। जब 16 साल से चक्कर काटता रहा तो मेरे आवेदन को निरस्त कर दिया गया। और कहा जाता है कि भविष्य में वेकेंसी निकलेगी उसमे आपका नाम नही आएगा। जबकि मेरे बाद के आए आवेदकों को नियुक्ति मिल गई। विभाग द्वारा 2010 में एक महिला आवेदक जिसका स्वयं का मकान होने पर भी नियुक्त कर दिया गया। 2016 में भी नए आवेदकों को नियुक्ति दे दी गई। अभी की बात की जाए तो 2022 में 4 आवेदकों का भी फर्जी तरीके से संपत्ति छुपाकर मैरिड लिस्ट में नाम दे दिया गया हैं। जिनका स्वयं का मकान और जमीन जायदाद हैं। पीड़ित द्वारा इनके साक्ष्य भी शिकायती आवेदन में सलंग्न किए हैं। अफीम फैक्ट्री के अधिकारियों द्वारा इन आवेदकों की जांच भी नही की गई या रिश्वत ले कर मैरिड लिस्ट में नाम दे दिया गया। पीड़ित नितेश कई बार आवेदन दे चुका है कि उसे अनुकम्पा में नोकरी दी जाए। शिकायतें भी कर चुका है। परन्तु कोई निराकरण नही हुआ। पीड़ित का कहना है कि अनुकम्पा नियुक्ति में भारी भ्रष्टाचार किया जा रहा है। संस्थान में उनकी नियुक्ति की जा रही हैं जिनकी स्वयं का मकान, जमीन, जायदाद हैं। और तो और ऐसा अंदेशा हैं कि रिश्वत ले कर अतिरिक्त नंबर देकर उनके नाम मेरिड लिस्ट में दिए जा रहे हैं। मेरे द्वारा शासकीय अफीम कारखाने के महाप्रबंधक महोदय को भी शिकायत की गई। जिसमें बताया कि अल्कोलाइड फैक्ट्री में अनुकम्पा नियुक्ति में भ्रष्टाचार किया जा रहा है। रिश्वतखोरी करते हुए अधिकारी द्वारा अनुकम्पा आवेदकों की संपत्ति छुपाई जा रही है। जिसमे से 4 आवेदकों का लिस्ट में नाम जारी हो गया। जिनका साक्ष्य पीड़ित में पास है। इसकी जांच की जाए तो भारी भ्रष्टाचार उजागर हो सकता है।
इनका कहना।
जब इसके विषय मे अल्कोलाइड फेक्ट्री के मैनेजर से संपर्क किया गया तो उनका कहना था कि में अभी व्यस्त हूं। 10 दिन के अवकाश पर आया हूं। सिस्टर की मैरिज में। इतना कहते हुए फोन काट दिया।
राहुल रॉय सिंह, मैनेजर अल्कोलाइड फैक्ट्री, नीमच