हरिनारायण बौद्ध, राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष, अंबेडकराइट्स राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस एक्शन कमेटी ऑफ इंडिया नई दिल्ली
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं विपक्षी राजनीतिक दलों के महागठबंधन इंडिया के प्रमुख मलिकार्जुन खरगे से दिल्ली स्थित 10 राजाजी मार्ग उनके निवास पर कल 2 अगस्त को अंबेडकर राइट्स राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस एक्शन कमेटी आफ इंडिया के राष्ट्रीय संयोजक एवं दि बुद्धिस्ट टाइम्स के प्रधान संपादक विजय ,,पाटिल, बौद्ध के नेतृत्व में देश के अंबेडकरवादियों के प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात कर देश के वर्तमान भयानक हालातों पर विस्तृत चर्चा की है। चर्चा के दौरान विजय बौद्ध ,,पाटील,, ने मलिकार्जुन खरगे से कहा कि
1932 में लंदन में आयोजित राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकर ने देश की प्रथम आजादी की लड़ाई लड़ी थी। तब 1947 को देश आजाद हुआ था। अब 2014 से आरएस एस नरेंद्र मोदी की सरकार ने बहुजनो अल्पसंख्यकों मुसलमानों को,, देश को गुलामी की ओर धकेल दिया है। इसलिए देश की दूसरी आजादी की जंग, लड़ाई लड़ने हमने अंबेडकराइट राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस एक्शन कमेटी आफ इंडिया बनाई है। जिसका मुख्य उद्देश 2024 में फासीवादी मनुवादी ताकते आर एस एस भाजपा को सत्ता में आने से रोकना है। इसकी पहल हमने 25 सितंबर 2022 को दिल्ली में देश के बुद्धिजीवी अंबेडकरवादियों की एक ऐतिहासिक मीटिंग आयोजित कर कि है,
यह मीटिंग एक्शन कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रख्यात अंबेडकरवादी विद्वान डॉ प्रोफेसर प्रदीप अगलावे की अध्यक्षता में एवं डॉ बाबासाहेब अंबेडकर के पौत्र दि बुद्धिस्ट सोसायटी आफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता भीमराव यशवंत अंबेडकर की प्रमुख उपस्थिति में संपन्न हुई थी। विजय बौद्ध ने कहा कि आरएसएस ने 10 वर्षों पूर्व कांग्रेस को सत्ता से बेदखल किए जाने, कांग्रेस की कब्र खोदने उनके भ्रष्टाचार सहित कुछ अन्य बेबुनियाद मुद्दों को लेकर अन्ना हजारे एंड पार्टी एवं अवसरवादी,, एवं तथाकथित अंबेडकरवादी रामदास अठावले, रामविलास, पासवान एवं उदित राज एंड पार्टी को धन पद का प्रलोभन देकर समूचे देश में कांग्रेस के खिलाफ दूषित वातावरण बनवाने आरएसएस ने प्रेरित किया था और 2024 में भाजपा ने ईवीएम मशीन का दुरुपयोग कर एवं चुनाव आयोग के साथ सांठगांठ कर सत्ता पर अतिक्रमण किया गया है।
और सत्ता हथियाने के बाद देश के संविधान लोकतंत्र पर सीधा हमला किया जा रहा है। बहुजनों अल्पसंख्यकों को मुसलमानों को खासतौर पर गुलाम बनाने की साजिश रची गई है। धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र को हिंदू राष्ट्र बनाने, संविधान को बदलकर, वर्ण व्यवस्था मनुस्मृति का शासन लागू किए जाने का आर एस एस द्वारा षड्यंत्र रचा गया है।
देश विनाश के कगार पर भयानक मोड़ पर खड़ा है। इसलिए हम समूचे देश में ,,,मिशन भाजपा नरेंद्र मोदी हटाओ देश बचाओ,,, के तहत दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में अक्टूबर माह में देश के तमाम बुद्धिजीवी अंबेडकर वादियों की एक ऐतिहासिक राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस आयोजित करने जा रहे हैं। इसके बाद समूचे देश में ,,,मिशन भाजपा नरेंद्र मोदी हटाओ देश बचाओ,, के तहत हमारा आंदोलन जारी रहेगा। इस कॉन्फ्रेंस में कई टुकड़ों में विघटित विभाजित बहुजन समाज के नेताओं को एक मंच पर लाए जाने एवं संगठित आंदोलन चलाने की हम तैयारी कर रहे हैं।
कांग्रेस सहित सभी विपक्षी राजनीतिक दलों ने एक महागठबंधन बनाया है, जिसका नाम इंडिया रखा गया है। परंतु इस महा गठबंधन में अंबेडकरवादी विचारधारा के राजनीतिक दलों की जानबूझकर उपेक्षा की गई है। उन्हें शामिल करना उचित नहीं समझा गया है। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसा प्रतीत होता है, कि एक स्वर्ण राजनीतिक दल दूसरे स्वर्ण राजनीतिक दलों को सत्ता हस्तांतरित कर देश में अंबेडकरवादी विचारधारा का खात्मा करने की साजिश है। एक्शन कमेटी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं रिपब्लिकन आंदोलन के अग्रणी नेता डॉक्टर आर,एल,कानडे ने मलिकार्जुन खरगे को कहा है, कि नरेंद्र मोदी की सरकार निजीकरण कर आरक्षण समाप्ति का षड्यंत्र रची है।
और आप कांग्रेस, जिम्मेदार लोग इस निजीकरण के खिलाफ आवाज नहीं उठाते। आपका नैतिक कर्तव्य है, कि निजीकरण के खिलाफ आवाज उठाएं। क्योंकि आप उसी समाज के कमजोर वर्ग के तबके से है। तब मलिकार्जुन खरगे ने कहा कि, हम असंगठित हैं, और संगठित आंदोलन करना नहीं चाहते। तब डॉक्टर आर्,एवं, कानडे ने कहा कि, हमने जीवन भर आंदोलन किया है। यदि आप हमारा सहयोग चाहते हैं, तो हम इस अन्याय के खिलाफ आंदोलन में आपके साथ हैं। और हमने फासीवादी आर एस एस के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। परंतु कांग्रेस,, अंबेडकरवादियों को अपने विश्वास में नहीं लेती।
हमेशा उनकी उपेक्षा करती है। उन्होंने कहा कि हमने सोनिया गांधी के विदेशी मूल मुद्दे पर सोनिया गांधी के समर्थन में संवैधानिक न्याय संगत लड़ाई लड़ी है। और तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई को मुंहतोड़ जवाब दिया था। आप कांग्रेस प्रमुख है। आपको अंबेडकरवादियों का विश्वास जीतना चाहिए। परंतु आप उनकी उपेक्षा करते हैं। एक्शन कमेटी के संयोजक विजय पाटिल बौद्ध ने मलिकार्जुन खरगे से कहा कि, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अंबेडकरवादियों के जनहित के काम नहीं करते, 5 वर्षों में कभी मुलाकात का समय मांगने के बावजूद भी नहीं दिया। इतना ही नहीं मुलाकात का समय दिए जाने भूपेश बघेल को उनके आका कांग्रेस के आलाकमान नेताओं ने भी कहा।
परंतु उन्होंने अनसुनी कर दिया। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एवं छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी रहे पीएल पुनिया ने पत्र लिखा और फोन भी किया उसके बावजूदभी भूपेश बघेल ने उन्हें भी तब्बू नहीं दिया। ऐसी स्थिति में अंबेडकरवादी कांग्रेस को क्यों समर्थन करें ॽ मैं हरिनारायण बौद्ध ने कहा कि कांग्रेस, गांधी परिवार सोनिया गांधी राहुल गांधी प्रियंका गांधी,, अंबेडकरवादियों से कभी भी मिलना मुनासिब नहीं समझती। वहीं मलिकार्जुन खरगे से मिलना लोहे के चने चबाने के बराबर है। उनकी कोठी 10 राजाजी मार्ग दिल्ली वीआईपी मूवमेंट में भारी सुरक्षाबलों से घिरी हुई है। उनसे मुलाकात मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के भारी हस्तक्षेप के कारण संभव हो सकी है। और यह दिग्विजयसिंह, एवं विजय पाटिल बौद्ध के करीबी संबंधों का नतीजा है।
अंबेडकराइस राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस एक्शन कमेटी आफ इंडिया के राष्ट्रीय संयोजक विजय पाटिल बौद्ध मध्यप्रदेश, के नेतृत्व में मलिकार्जुन खरगे से मिले प्रतिनिधिमंडल में मैं स्वयं हरिनारायण बौद्ध राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष दिल्ली, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉक्टर आर एल कानडे छत्तीसगढ़, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रोफेसर रामनरेश चौधरी उत्तर प्रदेश, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री नूतन बौद्ध मध्य प्रदेश, भास्कर गायकवाड मध्य प्रदेश, अंबेडकरी आंदोलन के नेता, शेड्यूल कास्ट फेडरेशन अंबेडकर भवन दिल्ली, डॉक्टर अंबेडकर के साथ कुछ समय रहे, किशोरी लाल गौतम दिल्ली इंजीनियर त्रिलोक चंद्र दिल्ली, डॉक्टर के पी वासनिक दिल्ली प्रमुख रूप से उपस्थित थे।