प्रदीप कुमार नायक, बिहार। कबीर मिशन समाचार
मधुबनी में परिवर्तन कारी प्रारंभिक शिक्षक संघ द्वारा अपनी मांगों को लेकर समाहरण लय के ठीक सामने प्रारंभ किये गए आमरण अनशन के पाँचवाँ दिन भी सभी शिक्षक शान्ति पूर्वक आमरण अनशन पर बैठे रहें।
आमरण अनशन को लेकर संघ के महासचिव रघुनाथ यादव ने अपनी बुलंद आवाज़ में बताया कि 1. EPF अंशदान राशि का हस्तांतरण :- जिले के लगभग 13239 शिक्षकों का 1800 रुपया प्रति माह की दर से कुल 13 महीनों फरवरी 2021 से फरवरी22 तक का कुल 30,97,92,600( तीस करोड़ सन्तानवे लाख बिरानवे हजार छः सौ) रुपये का उनके वेतन भुगतान से EPF खाते में हस्तांतरण हेतु कटौती की गई परन्तु यह राशि अबतक अहस्तांतरित है।प्रथम दृष्टया यह वित्तीय अनियमितता के साथ साथ राशि ग़बन का घोतक है।
2. DPE (Diploma in primary education)अन्तर वेतन राशि:- इग्नू द्वारा संचालित DPE प्रशिक्षणोपरांत अंतर वेतन राशि के सम्बंध में माननीय उच्च न्यायालय के न्यायलोक में निदेशक प्राथमिक शिक्षा के पत्रांक 784,दिनांक 24/06/2019,
पत्रांक 920, दिनांक 17/07/2019 एवं अपर मुख्य सचिव के ज्ञापंक 1267, दिनांक 25/09/2019 द्वारा स्पष्ट आदेश के बावजूद मात्र मधुबनी जिले में संबंधित शिक्षकों का भुगतान लंबित है।यह विभागीय एवं माननीय उच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना है।
3.मूल वेतन में 15% वृद्धि :-विभागीय निदेश के आलोक में राज्य के अधिकांश जिलों में मूल वेतन में 15 % वृद्धि के साथ जनवरी 2022 से भुगतान हो रहा है, मधुबनी जिले में अब भी पुराना वेतन भुगतान किया जा रहा है।
4. ससमय वेतन भुगतान :-स्थापना कर्मी एवं पदाधिकारी के शिथिलता के कारण आवंटन उपलब्ध रहने के बाद भी समय पर वेतन भुगतान हो पाना, कल्पना मात्र है। उक्त समस्याओं के निदान एवं दोषी पदाधिकारियों पर विधिवत कार्रवाई हेतु यह आमरण अनशन अनवरत जारी है।
कल संध्या 05:00 बजे जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना एवं मध्याह्न भोजन योजना से अनशन स्थल पर वार्ता हुई। सभी बिंदुओं पर सहमति हो जाने पर पुनः आकर सहमति पत्र के साथ अनशन समाप्त करने की बात कह कर वे यँहा से गये, पर लागत है कि वे भी कुम्भकर्णनीय निद्रावस्था में चले गए हैं।
जिला शिक्षा पदाधिकारी अपने विभाग के ख़ामियों को दूर करने के वजाय दुर्भावना से ग्रसित हो कर नित्य नए नए हथकंडे अपना रहे हैं।
जैसे :- अनशनकारियों का वेतन रोकना, यहां आने वाले शिक्षकों के विद्यालयों को चिन्हित कर निरीक्षण करना, वार्ता के क्रम में अथवा वार्ता उपरांत ऋणात्मक रहना।
लगता है उन्हें किसी के जीने मरने से कोई मतलब नहीं है।इस अनशन के समर्थन में अनुसूचित जाति-जनजाति शिक्षक संघ, द प्लुलर्स पार्टी, जितेंद्र कुमार भारती (सदस्य, जिला परिषद , क्षेत्र संख्या-21)ने उप विकास आयुक्त
एवं जिला पदाधिकारी, मधुबनी के समक्ष शिक्षकों के समस्याओं का निदान करते हुए यथाशीघ्र आमरण अनशन खत्म करवाने की बातें कही एवं क्यों न संबंधित पदाधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई हो।
अनशन स्थल पर लड्डू लाल यादव, धनिक लाल यादव, इंद्रदेव दास, मो० ओवैस अंसारी, चंदन कुमार, प्रदीप कुमार, प्रमोद कुमार राय, सुरेश कुमार यादव, शिव कुमार पासवान, अविनाश कुमार पासवान, श्याम कुमार,
विवेकानंद विकल, अनिता कुमारी, पिंकी कुमारी, मनोज मंडल, देवनारायण चौधरी, देव कृष्ण, मो0 शाहिद अख्तर, बीरेंद्र यादव, शम्भू यादव, राजू कुमार, अरुण कुमार पासवान, जीवन ठाकुर, लाल बाबू लालन आदि शिक्षक/शिक्षिका मौजूद थे।