चंडीगढ़-अक्टूबर 2024: भारत की सबसे बड़ी रेसिडेंशियल फुटबॉल एकेडमी, बाईचुंग भूटिया फुटबॉल स्कूल (बीबीएफएस) ने साउथेम्प्टन एफसी के साथ साझेदारी की है। साथ ही, इसने ओम प्रकाश बंसल मॉडर्न स्कूल के सहयोग से पंजाब के मंडी गोबिंदगढ़ में अपने नए कैम्पस का शुभारंभ किया है।
ओम प्रकाश बंसल मॉडर्न स्कूल सीबीएसई एफिलिएटेड स्कूल है, जो स्पोर्ट्स पर आधारित है। यह स्कूल आधुनिक शूटिंग की सुविधा से लैस है और श्री अंकुश भारद्वाज जैसे राष्ट्रीय स्तर के कोच छात्रों का मार्गदर्शन करते हैं। कैम्पस में दो बड़े फुटबॉल मैदान, एक जिम, एक योग और ध्यान केंद्र भी शामिल हैं। यह नया कैंपस भारत में विश्व स्तर की फुटबॉल शिक्षा प्रदान करने की बीबीएफएस की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। प्रमुख क्षेत्रों के महत्वाकांक्षी फुटबॉलर्स इस कैम्पस से जुड़ सकेंगे।
साउथेम्प्टन एफसी के साथ बीबीएफएस की साझेदारी में यह पहला कैम्पस होगा, जिसमें इंग्लिश क्लब द्वारा विकसित उन्नत कोचिंग पाठ्यक्रम शामिल होगा। यह साझेदारी भारत के युवा एथलीट्स को ग्लोबल लीग्स, प्रशिक्षण के विशेष अवसर और भारत एवं यूके दोनों में विशेषज्ञ द्वारा मार्गदर्शन प्रदान करेगा।
साउथेम्प्टन एफसी के साथ साझेदारी के माध्यम से बीबीएफएस एथलीट्स आसानी से इंटरनेशनल एक्सपोजर यात्राओं पर जा सकेंगे। इसके तहत, उन्हें इंग्लैंड में साउथेम्प्टन की प्रसिद्ध एकेडमी में प्रशिक्षण लेने का अवसर मिलेगा।
लॉन्च के बारे में बात करते हुए बाईचुंग भूटिया ने कहा, “साउथेम्प्टन एफसी के साथ हमारी साझेदारी से भारत में विश्व की सर्वश्रेष्ठ फुटबॉल कोचिंग की शुरुआत होगी। पंजाब में नए कैम्पस खुलने के साथ, हमारा लक्ष्य युवा फुटबॉलर्स को अपनी स्किल्स बढ़ाने और सफल होने के लिए बेहतर अवसर प्रदान करना है।”
बीबीएफएस एकेडमी को ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआईएफएफ) द्वारा थ्री स्टार रेटिंग प्राप्त है। एकेडमी न केवल फुटबॉल में महारत हासिल करने, बल्कि अपने छात्रों के समग्र विकास पर भी ध्यान केंद्रित करेगी। बीबीएफएस रेसिडेंशियल एकेडमी के सुरक्षित वातावरण में युवा प्लेयर्स एक साथ रहकर समान विचारधारा एवं लक्ष्य रखने वाले साथियों के साथ प्रशिक्षण ले सकते हैं। छात्रों को एक व्यवस्थित दिनचर्या का लाभ भी मिल सकेगा, जो कठोर फुटबॉल प्रशिक्षण को पढ़ाई के साथ संतुलित करने पर आधारित है, ताकि छात्र समग्र रूप से शिक्षा प्राप्त कर सकें। एकेडमी में प्रशिक्षण मैदान, फिटनेस सेंटर, और सुरक्षित आवास जैसी आधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध हैं, जो टीमवर्क और व्यक्तिगत विकास को बढ़ावा देने पर आधारित हैं।
इसके अलावा, स्पोर्ट्स साइंस, परफॉर्मेंस एनालिसिस और मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष रूप से ध्यान, प्लेयर्स को ऐसी महत्वपूर्ण स्किल्स सीखने में मदद करेगा, जो न केवल उनके खेल के करियर के लिए, बल्कि व्यक्तिगत विकास के लिए भी जरूरी हैं।
वर्ष 2018 से लेकर अब तक, 9 से 18 वर्ष की उम्र के 300 से अधिक बीबीएफएस प्लेयर्स नेशनल लीग्स में हिस्सा ले चुके हैं।
इसमें से कई प्लेयर्स अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए तैयार हैं, जिनमें मानभाकुपर मलंगियांग, लियोनेल डी रिम्मेई, बोनिफिलिया शुल्लई और रिबाहुनशिशा खारशींग जैसे प्लेयर्स शामिल हैं। दिल्ली, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और मेघालय में बीबीएफएस के रेसिडेंशियल प्रोग्राम्स छात्रों को एक सहायक वातावरण प्रदान करते हैं, ताकि वे फुटबॉल और शिक्षा दोनों क्षेत्रों में महारत हासिल कर सकें।