शासन प्रशासन नहीं लेगा पुकार, स्वयं करेंगे श्रमदान
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में भीम आर्मी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दत्तू मेढे व भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं के साथ कलेक्ट कार्यालय पहुचे जहां पर उनको देख लोगों का हुजूम लग गया, क्योंकि दत्तू मेढे के हाथ में फावड़ा,घमेली, गेती व वहा सभी निर्माण के संसाधन हाथ में थे, दत्तू मेढे ने जानकारी देते हुए बताया कि अंबेडकर अनुयायियों को झूठा शासन प्रशासन द्वारा आश्वासन दिए जा रहे हैं लालबाग सागर टावर स्तिथ में संविधान निर्माता बाबा साहब की प्रतिमा को लेकर, जिसको चलते हुए हाथ में गेती घमेला फावड़ा लेकर संयुक्त कलेक्टर कार्यालय पहुंचे,
वही आपको ज्ञात होगा कि कुछ ही दिन पहले लालबाग सागर टावर स्थित बाबा साहब की प्रतिमा को अमरण अनशन पर बाबा साहब के अनुयाई वह बैठे थे, जिसमें उन्हें 20 फरवरी का आश्वासन दिया गया था. और आज वह भी वादा टूट गया वही दत्तू मेढे ने जानकारी देते हुए बताया की हमने बुरहानपुर कलेक्टर भव्या मित्तल जी, नगर निगम आयुक्त संदीप श्रीवास्तव जी, महापौर माधुरी अतुल पटेल व संबंधित इंजीनियरों से मुलाकात की और लगने वाली प्रतिमा को लेकर चर्चा की, चर्चा के उपरांत माननीय कलेक्टर महोदय ने कहा की नगर निगम आयुक्त से बात करके शॉर्ट नोटिस पर कार्य को गति से प्रारंभ करने का आश्वासन दिया गया है, वही आयुक्त संदीप श्रीवास्तव का कहना है कि नगर निगम द्वारा टेंडर प्रतिक्रिया पूरी करली गई है परंतु किसी का भी टेंडर ना आने के कारण इस निर्माण कार्य को विलंब लग रहा है
इसी प्रकार महापौर माधुरी अतुल पटेल ने भी बताया की हमारी ओर से सभी कार्यवाही पूर्ण रूप से हो चुकी है, वही भीम आर्मी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दत्तू मेढे ने शासन प्रशासन को चेतावनी दी है कि, प्रतिमा का निर्माण तो खुद ही गेती फावड़ा से श्रमदान देके शुरुआत करेंगे , वही पूरे समुदाय के साथ सिंधी बस्ती से लेकर सागर टावर तक पैदल मार्च गेती पावड़ा घेमेली झाड़ू आदि संसाधनों के साथ लेके निकलेंगे इस दरमियान किसी भी प्रकार से कोई घटना दुर्घटना होती है तो इसके जवाबदारी शासन प्रशासन रहेगा.साथ में उपस्थित विजय कुमार मेढ़े, सचिन तायडे, संतोष मौरे, रमजान तडवी, आदि उपस्थित है
भीम आर्मी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
दत्तू मेढेजी
लालबाग सागर डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर जी की प्रतिमा का झूठा आश्वासन देकर प्रशासन और शासन अंबेडकर अनुयायियों को गुमराह किया जा रहा है. यदि आपसे नहीं हो रहा है तो श्रमदान धन-धन समय पड़े तो अपना लहू पसीना बहा कर भी अब हम समाज जन करेंगे.पूरा