फिर जिला पंचायत मन्दसौर शिकायत के बाद ढाई साल बाद लौटाई अंत्येष्टि राशी
बिल्लोद के पूर्व सचिव ईश्वरलाल अंत्येष्टि राशी मामले में पहले भी विवादों में रह चुके है।
बंशीदास बैरागी की रिपोर्ट
मंदसौर। बिल्लोद के पूर्व ईमानदार सचिव ईश्वरलाल गोवरी जी अंत्येष्टि मामले को लेकर विवादों में रहे थे इन्होंने अंत्येष्टि राशी का आहरण तो कर लिया था लेकिन हितग्राही तक राशी पहुँच नही पाई थी जिसकी शिकायत 2 हितग्राही विधवा और विधुर ने मिलकर पूर्व मुख्य कार्यपालन अधिकारी मल्हारगढ़ डी एस मशराम से की थी जिन्होंने जाँच के आदेश भी दिए गए थे, तब जाँच कर्ताओ ने भी पाया की वाकई में सचिव ने दो हितग्राही की राशी नही दी गई और पंचनामा भी बनाया गया था लेकिन जेसे ही समाचार पत्र में खबर छपी और दूसरे ही दिन ईश्वरलाल गोवरी जी ने अंत्येष्टि की राशी देने की पेशकश की गई जिसमे एक विधवा महिला भी शामिल थी तब जाँच कर्ता पंड्या जी के सामने दोनों हितग्राही को अंत्येष्टि की राशी 11 माह बाद लौटाई थी ।
तब जानकारी अनुसार यह भी पता चला था की तब भी जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी ऋषब गुप्ता के समक्ष सचिव की इस कारस्तानी के बाद जाँच कर्ताओ की टिप के साथ सचिव के निलम्बन की फ़ाइल पहुँची थी लेकिन तब राज्य सरकार कांग्रेस की थी तो कांग्रेसी राजनीती सरंक्षण के चलते कार्यवाही के नाम से पाप काट दिया गया, और मामले को येन केन सेट किया गया था।
अब दोबारा जब बिल्लोद पंचायत में पूर्व सचिव द्वारा फर्जी बिल लगाकर या व्हाउचर लगाकर जो की सरपंच के बिना हस्ताक्षर के राशी का आहरण किया हे उस पर भी कार्यवाही के नाम से पाप काटा जाता हे या उचित कार्यवाही की जाती हे ताकी ईमानदार मुख्य कार्यपालन अधिकारी जी की कार्यवाही को स्वर्ण अक्षरो से लिखा जाएगा !