आगर-मालवा

न्यायालय आगर में नेशनल लोक अदालत का आयोजन आपसी सुलह एवं समझौते से हुआ निराकरण

कबीर मिशन – संतोष कुमार सोनगरा जिला ब्यूरो चीफ आगर मालवा

आगर-मालवा, 09 सितम्बर/ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शाजापुर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश् एवं अध्यक्ष श्रीमान ललित किशोर के निर्देशानुसार न्यायालय आगर में शनिवार को नेशनल लोक अदालत का आयोजन कर परस्पर राजीनामे एवं सुलह-समझौते के माध्यम से प्रकरणों का निराकरण किया गया।

मेगा नेशनल लोक अदालत का शुभारम्भ प्रथम जिला एवं अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, तहसील विधिक सेवा समिति आगर के श्री प्रदीप दुबे, कलेक्टर श्री राघवेन्द्रसिंह, पुलिस अधीक्षक श्री संतोष कौरी द्वारा संयुक्त रूप से मॉ सरस्वती एवं माहत्मा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस अवसर पर व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ खंड आगर श्रीमती सुनयना श्रीवास्तव, अतिरिक्त व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खंड आगर श्री भूपेन्द्रसिंह कुशवाह एवं व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खंड आगर सुश्री श्वेता चौहान तथा अतिरिक्त लोक अभियोजन श्री अनुप गुप्ता, अभिभाषक संघ आगर के तर्द्थ समिति अध्यक्ष, श्री देवेन्द्रसिंह चौहान, वैभव भटनागर, पूर्व अध्यक्ष, श्री नारायणसिंह बोड़ाना, श्री राकेश मारू, श्रीमती शीला जादम, अधिवक्तागण सहित अन्य अभिभाषक आगर, बैंक अधिकारी, नगर पलिका, विद्युत विभाग के अधिकारी सहित न्यायालय के समस्त कर्मचारीगण आगर उपस्थित रहे।

न्यायालय आगर में आयोजित नेशनल लोक अदालत हेतु 04 न्यायिक खंड पीठ क्रमांक 15 से 18 का गठन किया गया। जिनमें आपराधिक, सिविल, विद्युत अधिनियम, मोटर दुर्घटना दावा, नगर पलिका, बैंक प्रकरण बीमा कम्पनियों के प्रकरण, निगोशिएबल इस्टूमेंट एक्ट के अंतर्गत चैक बांउस प्रकरण एवं अन्य राजीनामा योग्य प्रिलिटिगेशन एवं पेंडिग प्रकरणों का निराकरण किया गया। खण्डपीठ क्रमांक-15 प्रथम जिला न्यायाधीश आगर, श्री प्रदीप दुबे के न्यायालय में विद्युत प्रिलिटिगेशन के कुल 50 प्रकरण रखे गये जिसमें से 40 प्रकरण का निराकरण किया गया, राशि 5,46,248 रुपए वसूल किये गये और 40 व्यक्ति लाभाविन्त हुऐ। इसी प्रकार न्यायालय के लंबित कुल 132 प्रकरण रखें, गये, जिनमे से 52 प्रकरणां का निराकरण किया गया और 23,18,248 रुपएये सेटलमेंट राशि वसूल की गई और 75 व्यक्ति सभी वर्ग के लाभाविन्त हुए। खण्डपीठ क्रमांक-16 व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ खंड आगर, श्रीमती सुनयना श्रीवास्तव के न्यायालय में प्री-लिटिगेशन के समस्त बैंको के कुल 1,766 प्रकरण रखे गये। जिसमें से 25 प्रकरण का निराकरण कर 14,13,000 रुपए की राशि वसूल की गई तथा 25 व्यक्ति लाभाविन्त हुऐ।

इसी प्रकार न्यायालय के लंबित कुल 520 प्रकरण रखें, गये, जिनमे से 36 प्रकरणां का निराकरण किया गया और 9,77,414 रूपये सेटलमेंट राशि वसूल की गई 72 व्यक्ति सभी वर्ग के लाभाविन्त हुए। खण्डपीठ क्रमांक-17 व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खंड आगर, श्री भूपेन्द्रसिंह कुशवाह, के न्यायालय में लंबित कुल 783 प्रकरण रखे गये, जिसमें से 24 प्रकरणों का निराकरण किया गया तथा 11,59,427 रूपये सेटलमेंट राशि वसूल की गई और 77 व्यक्ति सभी वर्ग के लाभाविन्त हुए। खण्डपीठ क्रमांक-18 अतिरिक्त व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खंड आगर, सुश्री श्वेता चौहान, के न्यायालय में लंबित कुल 52 प्रकरण रखे गये, जिसमें से 18 प्रकरणों का का निराकरण किया गया, राशि 3,48,000 वसूल किये गये और जिसमें 54 व्यक्ति सभी वर्ग के लाभाविन्त हुए। समस्त बैंक- प्री-लिटिगेशन प्रकरण कुल 1,766 प्रकरण रखे गये जिनमें से 25 प्रकरण का निराकरण हुआ। राशि 14,13000/रूपये वसूल हुऐ सभी वर्ग के 25 व्यक्ति लाभाविन्त हुऐ। इस प्रकार नेशनल लोक अदालत में समस्त न्यायालयों/बैंको/विभाग के कुल 3303 प्रकरण रखे गये जिसमें से 195 पकरणों का निराकरण किया जाकर सेटेलमेन्ट राशि 67,62,337/- वसूल किये गये ओर 343 व्यक्ति लाभाविन्त हुए।

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