कबीर मिशन समाचार ।
राजकुमार मालवीय 7089513598
दरअसल भारत मध्यप्रदेश के इंदौर की रहने वाली रोहिणी घावरी इन दिनों संयुक्त राष्ट्र मे भारत को गौरान्वित करने का काम कर रही है। ऐसे मे हाल हि मे उन्होंने अपने वक्तव्य मे भारतीय संविधान की गाथा सुनाकर देश व देश के संविधान को गौरान्वित किया है।
आइये जानते है आखिर ऐसा क्या कह गयी रोहिणी घावरी
“”नमस्ते राष्ट्रपति महोदय 🙏🏻
“मैं रोहिणी घावरी India that is भारत से हूँ”””
यानी की शुरु मे हि घावरी जी द्वारा “India that is भारत” का प्रयोग कर स्पष्ट कर दिया गया की इन दोनो शब्दों मे कोई भेद नही।
आगे कहा……….
“”आज मैं दुनिया के सबसे शक्तिशाली और सफल संविधान की विशेषताएं प्रदर्शित करना चाहती हूं।भारत का संविधान दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की आत्मा है। डॉ. बी.आर. अम्बेडकर, जिन्हें “भारतीय संविधान के जनक” के रूप में जाना जाता है, ने यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई कि संविधान सभी नागरिकों को उनकी जाति या धर्म की परवाह किए बिना मौलिक अधिकारों और कानून के समक्ष समान सुरक्षा की गारंटी देता है।
हम भारतीय महिलाएं बी.आर. अंबेडकर जी का शुक्रिया अदा करती हैं। हमें संविधान के तहत अधिकार देने के लिए जिसमें मुख्य रूप से समानता, सम्मान और भेदभाव से मुक्ति शामिल है। यहां तक कि इसरो के चंद्रयान-3 चंद्रमा मिशन की सफलता ने भी भारतीय महिला वैज्ञानिकों की क्षमताओं को प्रदर्शित किया।
एक दलित लड़की होने के नाते मैं कहना चाहूंगी कि संविधान के बिना हमारे जीवन में बदलाव असंभव था। हम दलित अपने संविधान की पूजा करते हैं क्योंकि यह वह चमत्कारी पुस्तक है जिसने हमें छुआछूत की बेड़ियों से मुक्त कराया और समान जीवन जीने का अधिकार दिया।
आइए हम भारतीय संविधान से प्रेरणा लें और एक ऐसे समाज के निर्माण के लिए जिम्मेदार विश्व नागरिक के रूप में मिलकर काम करें जो समतापूर्ण, समावेशी और न्यायसंगत हो।
तो ये था #UnitedNations मे भारत की रहने वाली रोहिणी घावरी जी का वक्तव्य।
वास्तव मे भारत का संविधान काबिले तारीफ है, ओर इस वक्तव्य को देखते हुए भारत के प्रत्येक नागरिक को इस पर विचार करना चाहिए चिंतन मनन व अध्ययन करना चाहिए।
“‘”कबीर मिशन समाचार से राजकुमार मालवीय सारंगपुर राजगढ़ मध्यप्रदेश मोब 7089513598″””