नर्मदापुरम मध्यप्रदेश

नर्मदापुरम | पिपरिया की जनता मोन एवं ग्रामीण कार्यकर्ता मोन,आखिर यह गुरचरण खरे कौन

कबीर मिशन समाचार ।मूलचंद मेधोनिया पत्रकार भोपाल

पिपरिया। नर्मदापुरम
विगत दिनों पिपरिया विधानसभा क्षेत्र में गुरु चरण खरे की चुनाव लड़ने की संभावना जनता को रास नहीं आ रही जनता का एक सवाल एक यह खरे कौन है इसका पता क्या है जुन्नारदेव में कहां मिलेंगे आने जाने का किराया ₹400 लगेगा सुबह जाएंगे रात तक मुश्किल से वापस आ पाएंगे कार्यकर्ताओं में भी खरे के नाम से काफी विरोध है क्या पिपरिया विधान सभा मे एक भी कार्यकर्ता चुनाव लड़ने के योग्य नही है हमारी निगाह मे श्री मती ममता नागोत्रा,वीरेन्द वेलबंशी हेमंत नरवरिया / हीरालाल अहिरवार/रमेश वामने/इंजी.होतीलाल चौधरी /एडवोकेट धमेन्द्र नांगवशी / गुमान सिंह , हरीश वेमन , जैसे नेता उपलब्ध है इनका चुप रहना भी भारी पड़ सकता है।

सुनने में आ रहा है ठाकुरदास नागवंशी एवं आरएसएस के सहयोग से कुछ लोग भोपाल जाकर खरे को टिकट दिलाने की मांग कर रहे हैं जिससे खरे चुनाव हार जाएब ठाकुरदास पुनः विधायक बन जाए पिपरिया की जनता कभी बाहर के प्रत्याशियों की स्वीकार नहीं करती सोशल मीडिया पर भी एक बहस चल रही है जिसमें सभी जगह गुरु चरण खरे का काफी विरोध है कुछ 10-20 लोग खरे के हितेषी बताऐ जा रहे हैं
खरे को टिकट देना याने कि जीती बाजी हारना है

लोकल के संभावित 12-13 प्रत्याशी घर बेठ जायेगे करीब 200_ 300 कार्य कर्ता चुनाव से दूरी बनायेगे तो नैया पार लगना नामुमकिन है ऐसी स्तिथी मे भाजपा 70000 से अधिक मतो से चुनाव जीतेगी।

अहिरवार समाज एकजुट होकर वंशकार एवं बाल्मीकि समाज के सैकड़ों लोगों ने 19 सितंबर को पिपरिया में निर्णय लिया है कि कांग्रेस हर बार रविदासिया समाज के नेताओं की क्यों उपेक्षा कर रहे है।वह लगातार कतिया कोरी जैसी कम संख्या में होने वाली समाज से ही क्यों उम्मीदवार दे रहे है जो कि लगातार हार रहे है। पिपरिया विधानसभा क्षेत्र में अहिरवार समाज बहुसंख्यक है। तथा पूरी समाज कांग्रेस पार्टी को सपोर्ट करती है।

इस समाज के रमेश वामने और हेमंत नरवरिया ये योग्य उम्मीदवार जब से पिपरिया विधानसभा सुरक्षित हुई है। तभी से टिकट कांग्रेस से मांगते आ रहें। जिन्हें कांग्रेस द्वारा प्रत्याशी न बनाना रविदासिया कौम व अहिरवार समाज को नाराज़ कर हर बार कांग्रेस पार्टी यहां से हार का सामना कर रही है। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को पिपरिया को गंभीरता से विचार करना चाहिए और अहिरवार समाज के ही उम्मीदवार को विधायक पद हेतु चयन करना चाहिए। अहिरवार समाज की वरिष्ठ लोगों ने और जनप्रतिनिधियों ने निर्णय लिया है कि अहिरवार समाज की किसी भी तरह से उपेक्षा नहीं होनी चाहिए।

अब देखना है आदरणीय कमलनाथ जी क्या करते है । वैसे इस बार कमलनाथ जी सरकार बनाने के लिए गंभीर है वह ऐसी कोई चूक नहीं कर सकते है जो अपने छिंदवाड़ा क्षेत्र से गुरुचरण खरे जैसे अनजान को पिपरिया विधानसभा क्षेत्र से लड़ा कर पुनः भाजपा को जिताने का मौका नही देंगे।

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