कबीर मिशन समाचार
भारतीय मूल की अनीता आनंद सबसे आगे जस्टिन ट्रूडो की जगह लेने की रेस पहले से ही जोर पकड़ रही है, जिसमें कई प्रमुख नाम सामने आ रहे हैं। इनमें परिवहन मंत्री अनीता आनंद, पियरे पोलीवरे, क्रिस्टिया फ्रीलैंड
और मार्क कार्नी के साथ प्रमुख दावेदार बन गई हैं। 57 साल की अनीता आनंद एक अनुभवी राजनीतिज्ञ और वकील हैं, जिन्होंने 2019 में कनाडा की राजनीति में प्रवेश किया था। अनीता आनंद ओंटारियों के ओकविले से सांसद हैं और अब लिबरल पार्टी का प्रमुख चेहरा हैं।
उनकी महत्वपूर्ण उपलब्धियों में कनाडा के लिए COVID-19 वैक्सीन खरीदने के लिए की गई उनकी कोशिशें हैं। इसके अलावा, रक्षा मंत्री के रूप में उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान यूक्रेन का जोरदार तरीके से समर्थन किया था। अनीता आनंद के माता-पिता डॉक्टर हैं और उनका जन्म नोवा स्कोटिया में हुआ था।
उनके पास कई डिग्रियां हैं, जिनमें डलहौजी विश्वविद्यालय और टोरंटो विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री शामिल हैं। अपने राजनीतिक करियर से पहले, उन्होंने येल और टोरंटो विश्वविद्यालय जैसे संस्थानों में कानून पढ़ाया। अलग-अलग कैबिनेट
भूमिकाओं में फेरबदल किए जाने के बावजूद, आनंद पार्टी के भीतर एक मजबूत और महत्वाकांक्षी व्यक्ति बनी हुई हैं। जॉर्ज चहल जैसे अन्य भारतीय मूल के राजनेता भी संभावित अंतरिम नेताओं के रूप में लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं। जो भी नेता बनेगा, उसके ऊपर प्रमुख जिम्मेदारी लिबरल पार्टी को फिर से मजबूत करना होगा
और इस साल अक्टूबर से पहले होने वाले चुनाव के लिए तैयार करना होगा। पार्टी अब सबसे खराब स्थिति से जूझ रही है और जनता का समर्थन काफी कम हो चुका है। हालांकि, कनाडा में राजनीतिक परिस्थितियों में तेजी से बदलाव आता है, लेकिन नये नेता के पास पार्टी में सुधारों के लिए वक्त काफी कम होगा।