बालाघाट राजनीति

मध्यप्रदेश। बालाघाट शहीद वीर नारायण सिंह की प्रतिमा का हुआ अनावरण

शिक्षा शेरनी के दूध के समान है जो पीएगा वह गरजेगा- मंत्री रामकिशोर कावरे

बालाघाट। आदिवासी बिझंवार समाज विकास समिति बालाघाट ब्लाँक कोसमी के तत्वाधान में शहीद वीरनारायण सिंह की प्रतिमा स्थापना समारोह एंव चिन्तन विकास परिचय सम्मेलन का आयोजन कोसमी में किया गया था। जिसमें आदिवासी बिझंवार समिति द्वारा समाज के शहीद वीरनारायण सिहं की प्रतिमा का अनावरण किया गया गया ।

जिसमें प्रमुख रूप से कार्यक्रम की अध्यक्षता सर्व आदिवासी समाज अध्यक्ष भुवनसिहं कोर्राम, मुख्य अतिथि आयुष एंव जलसंसाधन मंत्री रामकिशोर कावरे, विशिष्ष्ट अतिथि फूलचंद सहारे जनपद अध्यक्ष बालाघाट,श्रीमती कल्पना मनोज सेवईवर पूर्व जनपद अध्यक्ष, मेकेश माहुले जिलापंचायत सदस्य प्रतिनिधि, सुश्री दिक्षा मेश्राम जनपद सदस्य,श्रीमती मीना राजकुमार बागड़े सरंपच परसवाड़ा, पूर्व जनपद उपाध्यक्ष जुगल किशोर बंबूरे,संजू ब्रम्हे, संदेश नगपूरे,मनौज सेवईवार, उपस्थिति रहे l

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आयुष मंत्री रामकिशोर कावरे द्वारा वीर शहीद वीरनारायण सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया गया। तत्पश्चात महापुरूषों की प्रतिमा में माल्यार्पण किया गया है।

शिक्षा शेरनी के दूध के समान है जो पीएगा वह गरजेगा- रामकिशोर कावरे

आयुष मंत्री रामकिशोर कावरे ने अपने संबोधन में शिक्षा पर जोर देते हुये कहा कि किसी भी समाज के तरक्की तब ही हो सकती है जिसमें शिक्षा पर विशेष बल दिया जाये। क्योंकि महापुरूषों ने भी कहा कि शिक्षा शेरनी के दूध के समान है जो पीएगा वह गरजेगा। अर्थात जो शिक्षा ग्रहण करेगा वह आगे बढेगा। आपके बेटे ,बेटियो को आपने सही शिक्षा दे दी। मै दावे के साथ कह सकता हूं वह देश में प्रदेश में वह नेतृत्व कर सकता है चाहे वह शासन में हो या प्रशासन में हो अपनी बात रख सकता है एंव समाज को आगे बढ़ाने का कार्य वह कर सकता है।

इस वातावरण से हमे बाहर निकलने की आवश्यकता है। हमारा व्यवसाय छोटा बड़ा हो सकता है l हमारे समाज के व्यवसाय को बचाना हमारी नैतिक जिम्मेदारी हो सकती है। लेकिन हमारे संस्कार और आने वाले समय आधुनिक शिक्षा के साथ में हम सब को आगे बढऩा चाहिए और समाज को आगे बढ़ाने का कार्य करना चाहिए। हम अपने समाज एंव अपने जीवन में बदलाव लाने चाहते है तो बूरे व्यसन एंव शराब के नशे से दूर रहना चाहिए। तभी आप और आपका समाज उन्नति कर पाएगा।

कार्यक्रम के दौरान आदिवासी बिझंवार समाज के बच्चो द्वारा आदिवासी की नृत्य की प्रस्तुति की गयी। इस दौरान बड़ी संख्या में सर्व समाज के लोग उपस्थित रहे।

इनका रहा प्रमुख योगदान निर्मल सोनवाने जिलाध्यक्ष आदिवासी बिझंवार समाज, गिरधारी पालेवार उपाध्यक्ष,गांधी उके, शँकर उके,राजकुमार पन्दरवार,सुखलाल पालेवार, टीकाराम टेकाम,तेजराम उके,पूरनलाल कावरे एंव अन्य समाजिक जन का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

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