नीमच मंदसौर मध्यप्रदेश

मंदसौर दांगी ने बदले की नियत से डाला सरपंच प्रतिनिधि नितेश का नाम, इतना ही नहीं बल्कि दो मंत्रियों को भी दांगी ने बनाया अपना शिकार

कबीर मिशन समाचार।

मंदसौर। चलिए आपको बताते हैं नीमच से लेकर मंदसौर तक के इन जनाब के सफर की कहानी, कुछ महीनों पहले इनको थाना मनासा की कमान‌ नीमच एसपी द्वारा सोपी गई थी। वहां पर बाछड़ा समाज के एक व्यक्ति की इनकी अभिरक्षा में मृत्यु हो गई थी। जब सरपंच प्रतिनिधि नितेश द्वारा अपनी समाज के संगठन में पद होने के कारण समाज के साथ रहकर टीआई दांगी का कड़ा विरोध किया था। जिस पर नीमच एसपी द्वारा संपूर्ण जांच कराई गई थी। जिस पर आरसी दांगी दोषी पाए गए थे। तत्काल नीमच एसपी द्वारा इन्हें मनासा से हटा दिया गया था।

कई दिनों लाइन में रहकर इन जनाब ने अपना ट्रांसफर मंदसौर जिले में करवाया। फिर मंदसौर एसपी ने इन्हें सीतामऊ थाने की कमान दी। फिर इन्हें मुखबिर की सूचना से मनीष जाट के अवैध जखीरा की सूचना मिली अवैध जखीरे को पकड़कर मनीष जाट का नाम निकालकर नितेश का नाम डालने की कोशिश की गई। जब मंदसौर एसपी को भनक लगी के कुछ गलत हो रहा है तो दांगी को तुरंत लाइन हाजिर कर दिया गया। पर यहां पर अपना शातीर दिमाग लगाते हुए चुनावी माहौल का फायदा उठाते हुए दांगी समाज के संगठन के पदाधिकारी को उकसाते हुए एक माहौल बनाया गया। जिससे इन्हें थाना भी वापस मिल सके वह अपना काम आसानी से कर सके। इतना ही नहीं बल्कि प्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा का नाम लेकर चुनावी माहौल में दबाव बनवाया गया। क्या एक थाना प्रभारी को इस तरह की रणनीति शोभा देती है। बदले की नीयत से क्या किसी को भी फसाया जा सकता है। कानून का राज है कुछ भी हो सकता है। मिली जानकारी के अनुसार विमुक्त युवा संगठन के प्रदेश अध्यक्ष बहुत जल्द मंदसौर एसपी कार्यालय पर इस फर्जी कार्यवाही के लिए ज्ञापन देंगे व जांच की मांग करेंगे।

About The Author

Related posts