कबीर मिशन समाचार पत्र
सुरेश मैहर संवाददाता गरोठ जिला मंदसौर
गरोठ। रविवार को महाराणा युवा संघ द्वारा अमर बलिदानी क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद जी की जयंती विजय स्तंभ शहीद चौक मनाई गई। सर्वप्रथम चंद्रशेखर आजाद के चित्र पर माल्यार्पण कर दीपक जलाए गए। नगर वासी सदस्यों द्वारा पुष्प भेंट कर श्रद्धा सुमन अर्पित किये गये। समाज सेवी चेतन आर्य द्वारा आजाद जी के जीवन पर प्रकाश डाला गया,
आपके द्वारा बताया जाए मां भारती के वीर सपूत पंडित चंद्रशेखर आजाद को जब अंग्रेजों ने पहली बार 15 वर्ष की उम्र में गिरफ्तार किया था। तब अंग्रेज जज आजाद से उनका परिचय पूछने पर उनके वाक्य थे मेरी मां का नाम है आजादी उसका बेटा आजाद हूं मैं जिसके बाद अंग्रेज जज ने उन्हें 15 कोड़ों की सजा दी गई थी।
जब आजाद स्वतंत्रता के लिए क्रांतिकारी संगठन चला रहे थे, उस वक्त आजाद को किसने कहा तेरे बूढ़े मां बाप गांव में बहुत बेकार स्थिति में है क्यों ना तो उनकी कुछ मदद कर दे वही आजाद जी का जवाब था मेरे मां-बाप को गांव वाले अगर रोटी ना दे सके तो मुझे बता देना मैं उनको एक गोली दे दूंगा पर स्वतंत्रता की लड़ाई के लिए जो धन एकत्र किया गया है उसमें से एक रुपया नहीं दूंगा। ऐसे अमर शहीद वीर सपूतों की कारण हम आज आजादी की सांस ले पा रहे हैं ऐसे क्रांतिकारियों को कोटि-कोटि नमन।
इस अवसर पर चेतन आर्य, संजय मालवीय, अनिल कोटवाल, चंदन गौड़, सतीश लोहार, रवि पांचाल , शैलेंद्र गुर्जर, विशाल नरवाल, सानिध्य पोरवाल, सोनू चौहान, दुर्गेश गुर्जर, कुलदीप प्रजापति, मेहरबान सिंह, सुनील चौहान ,राज बसेर, धारा सिंह, श्याम सिंह, कृष्ण पाल सिंह आदि नगर के गणमान्य नागरिकों व संगठन सदस्य मौजूद थे।