कबीर मिशन समाचार ,
पवन परमार ,
जिला देवास ,
सोनकच्छ 13 जुलाई 22 , नगरीय निकाय चुनाव के परिणाम की विधिवत घोषणा बुधवार को सुबह 9 बजे उत्कृष्ट विद्यालय में समस्त प्रत्याशियों के सामने की गई। परिणाम चौकाने वाले सामने आए। ईवीएम मशीन के पूर्व डाक मतपत्रों की गिनती हुई तत्पश्चात् ईवीएम मशीन से क्रमानुसार आंकड़े बताए गए। वार्ड़ क्र. 1, 2, 3 एवं 14 में दो-दो मतदान केन्द्र होने से दो राऊंडों में मतगणना पूर्ण हुई। कांग्रेस पार्टी के 5 प्रत्याशी जिनमें से वार्ड़ क्र. 3, 7, 8, 11, 15 व भारतीय जनता पार्टी के 4 प्रत्याशी वार्ड़ 1, 2, 4 व 6 एवं निर्दलीय तरंगिनी सेना के 3 प्रत्याशी वार्ड़ 9, 10 व 14 तथा अन्य निर्दलीय 3 प्रत्याशी वार्ड़ 5, 12 व 13 में विजय हुए। किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला।
प्रशासनिक घोषणा पश्चात् विजय हुए प्रत्याशियों के समर्थको द्वारा आतिशबाजी कर अपने प्रत्याशी को विजयी हार पहनाकर मुंह मीठा करवाकर जीत का जश्न उत्साह के साथ जोरो-शोरो से मनाया। विजयी प्रत्याशियों ने अपने-अपने वार्ड़ में जाकर समस्त मतदाताओं का आशीर्वाद लेकर दोनों हाथ जोड़कर आभार व्यक्त किया। वार्ड़ क्र. 1 से सुनीता-सीताराम खेलवाल (भाजपा), वार्ड़ 2 से नीतू-निरंजनसिंह सेंगर (भाजपा), वार्ड़ 3 से सुनीता-ओमप्रकाश परमार (कांग्रेस), वार्ड़ क्र. 4 से दीपशिखा-दशरथ यादव (भाजपा), वार्ड़ 5 से नेहा-संदीप गुप्ता (निर्दलीय), वार्ड़ 6 से रतना-रमेश पांचाल (भाजपा), वार्ड़ 7 से कृष्णपालसिंह बघेल (कांग्रेस), वार्ड़ 8 से शेहजाद बी-अजीज खाँ (कांग्रेस), वार्ड़ 9 से प्रिया अखिलेश अग्रवाल (निर्दलीय तरंगिनी सेना), वार्ड़ 10 से शब्बीर कुरैशी (निर्दलीय तरंगिनी सेना), वार्ड़ 11 से श्रुति-कृष्णपालसिंह बघेल (कांग्रेस), वार्ड़ 12 से महेश यादव (निर्दलीय), वार्ड़ 13 से ललीता-अर्जुन बैस (निर्दलीय), वार्ड़ 14 से रचना-राकेश मालवीय (निर्दलीय तरंगिनी सेना) तथा वार्ड़ 15 से सीता-विनोद चौधरी (कांग्रेस) विजयी हुए।
मतदान आंकड़ों में सबसे अधिक वार्ड़ क्र. 13 से प्रत्याशी ललीता बैस 396 मतों से एवं सबसे कम वार्ड़ क्र. 5 से नेहा गुप्ता मात्र 3 मतों से विजय हुए। करीब 88 ऐसे मतदाता है जिन्होंने अपने वार्ड़ के प्रत्याशियों को ना चुनकर ‘‘नोटा‘‘ का बटन दबाया। 15 विजयी प्रत्याशियों में से सर्वाधिक 12 महिला और 3 पुरूष प्रत्याशी है। कुल 62 प्रत्याशियों में से विजयी 15 नवनिर्वाचित पार्षदों को चुनाव रिटर्निग अधिकारी द्वारा प्रमाण-पत्र जारी किए गए। पूर्ण बहुमत न होने से दोनों पार्टी भाजपा व कांग्रेस में असमन्जस की स्थिति पैदा हो गई। कांग्रेस पार्टी को पूर्ण बहुत के लिए तीन तथा भाजपा पार्टी को चार पार्षदों को अपनी ओर मिलाकर परिषद बनानी पड़ेगी। अब देखना यह है कि किसकी परिषद बनेगी और कौन घर बैठेगा।