भारतीय बहुजन साहित्य अकादमिक अंबेडकरवादी जन क्रान्ति मंच आदि संस्थाओ के पदाधिकारीगन ने गहरी संवेदनाएं प्रकट।
पी एल मीमरोठ जैसे समाज – सुधारक अब कहां- ओजस्वी
राजस्थान। कबीर मिशन समाचार। दलित अधिकार केंद्र के संस्थापक, राष्ट्रीय दलित मानव अधिकार अभियान के संस्थापक सदस्य, दलित आंदोलनों के पुरोधा पी एल मीमरोठ जो कि जीवन भर दलितों पिछड़ों वंचित वर्ग के लिए सदैव तत्पर रहें, वे स्वयं ही एक चलती फिरती संस्था थे। उनके द्वारा उठाए गए कदम का पुलिस व प्रशासन भी लोहा मानता रहा।
दलित अधिकार केंद्र शुरू कर के दलितों के हक अधिकारों व अन्याय के विरुद्ध जन सुनवाई शुरू करने वाले, जागरूकता अभियान चलाकर लोगों में जागरूकता लाने वाले, दलितों पर होने वाले अत्याचार पर कार्रवाई हो रही या नहीं, निगरानी रखने वाले, जिनेवा जाकर वहां जातीय, नफरत भेदभाव, पक्षपात के मुद्दे उठाने वाले तथा कनाडा में अंतर राष्ट्रीय दलित कांफ्रेंस में भाग लेकर दलितों के हक अधिकारों की सुरक्षा की पैरवी करने वाले जनक पीएल मिमरोट के निधन पर भारतीय बहुजन साहित्य अकादमी तथा
अंबेडकरवादी जनक्रांति मंच राजस्थान सहित अनेकों सामाजिक कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों, विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने पी एल मीमरोठ के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए उनके निधन पर अपूरणीय क्षति बताया इस दौरान विशाखापट्टनम से सामाजिक लेखिका डाक्टर सुमन धर्मवीर तथा अंबेडकरवादी जनक्रांति मंच के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र इडीवाल
तथा भारतीय बहुजन साहित्य अकादमी भारत के अध्यक्ष मदन सालवी ओजस्वी, दलित वर्ग के हिमायती रक्षक लक्ष्मीनारायण परमार, राजस्थान से तुलसीराम सालवी, श्याम सिंह सालवी ,मदन तेजस्वी एवं अन्य गणमान्य जन आदि उनके निधन पर गहरी संवेदना प्रकट की तथा उन्हें भारतीय इतिहास में अहम जनक बताया। मदन सालवी ओजस्वी राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय बहुजन साहित्य अकादमिक भारत चितौडगढ राजस्थान 95888-32673
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