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राजगढ़। बगा स्कूल बना अय्याशी का अड्डा, प्रिंसिपल को अश्लील हरकतें करते देखने वाली महिला शिक्षिका की कर दी पिटाई। राजनीति में उलझा कार्यवाही का पेंच

बगा। स्कूल बना अय्याशी का अड्डा, बच्चों के भविष्य के साथ हो रहा खिलवाड़, अतिथि शिक्षिका को लेकर प्रिंसिपल बैठा रहता है आपत्तिजनक स्थिति में।

स्कूल में प्रिंसिपल को अश्लील हरकतें करते देखने वाली महिला शिक्षिका की कर दी पिटाई। प्राचार्य सस्पेंड परन्तु प्रशासन ने एफआइआर दर्ज नहीं कि।

राजगढ़ मध्यप्रदेश। कबीर मिशन समाचार

बगा। स्कूल को विद्या का मंदिर कहा जाता है जहां बच्चों को उचित शिक्षा दी जाती है वहीं कुछ नासमझ शिक्षक मिलकर अपनी अश्लील हरकतों की वजह से शिक्षा के मंदिर को बदनाम करते हैं। कहा जाता है कि माता-पिता के बाद बच्चों का भविष्य संवारने की जिम्मेदारी शिक्षकों पर होती है। वहीं शिक्षक बच्चों का भविष्य खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। शिक्षकों ने स्कूल में अपनी सारी मर्यादा पार कर दी।

मामला है राजगढ़ जिले के बगा गांव का जहां स्थित शासकीय माध्यमिक विद्यालय से ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर आप हैरान हो जाएंगे। शिक्षकों की गंदी हरकतों की वजह से यह स्कूल दिए गए समय पर नहीं खुलता। यहाँ के प्रिंसिपल स्कूल समय से नहीं पहुंचने से घंटो तक बच्चे स्कूल के बाहर ही खड़े रहे लेकिन स्कूल खोलने के लिए कोई नहीं पहुंचा। प्रिंसिपल स्कूल क्यों नहीं पहुंचे इसकी वजह भी आप जान लीजिए। क्योंकि प्रिंसिपल ने एक महिला शिक्षिका की पिटाई कर दी।

यहां के प्रिंसिपल को महिला शिक्षिका के साथ अश्लील हरकतें करते दूसरी शिक्षिका ने देख लिया तो दोनों ने मिलकर शिक्षिका की पिटाई कर दी। इतना ही नहीं प्रिंसिपल ने महिला शिक्षिका को मारने के लिए बेल्ट तक निकाल लिया। यह सब स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के सामने हुआ। यह सब आरोप स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों ने लगाए हैं। स्कूल के बच्चों का कहना है की स्कूल के प्रिंसिपल और अतिथि शिक्षिका के बीच अफेयर चल रहा है और दोनों स्कूल में अश्लील हरकतें करते हैं। जब उनकी इस हरकत को देख लिया तो उनकी पिटाई कर दी। उनको मारने के लिए प्रिंसिपल ने बेल्ट निकाला लिया। और स्कूल में प्रिंसिपल को अश्लील हरकतें करते देखने की वजह से महिला शिक्षिका की पिटाई दी।

शिक्षक के अश्लील हरकतों को बयां करते हुए बच्चों ने कई लेटर उच्च अधिकारियों के नाम से लिखें लेकिन किसी ने कोई कार्यवाही नहीं की।पीड़ित शिक्षिका गायत्री भिलाला ने बताई हकीकतशिक्षिका गायत्री वर्मा (भील) में प्राथमिक शिक्षक होकर शासकीय हाई स्कूल बगा में पदस्थ हूँ यहां विगत छ माह से स्कूल में पदस्य प्रभारी प्राचार्य श्री भगवान सिंह राणावत मुझे मानसिक रूप से प्रता कर रहे है। मेरे साथ एक बंधुआ मजदूर की तरह बर्ताव करते है। अनावश्यक रूप से कारण बताओ नोटिस जारी करते है। उसके एवज में पैसे की मांग करते हैं। मेरे द्वारा पैसे नहीं दिए गए तो मुझे हर किसी बात पर जाती सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए अपमानित करते है। बोलते है कि तुम भीलटी-बागरी आरक्षण से नोकरी लग गई तुम्हे कुछ नही आता है।

लगभग 8 दिन पूर्व मैने प्राचार्य श्री भगवान सिंह राणावत एवं पिंकी वर्मा अतिथि शिक्षक को स्कूल मे ही आपत्तिजनक स्थिति मे देख लिया था तब से मुझे बहुत परेशान कर रहे है। में विगत दिनांक 13/02/2023 को स्कूल में पहुंची तो मुझे हस्ताक्षर नहीं करने दिए और मेरे उपर बुरी तरह चिल्ला चोट की गई मुझे बोला गया कि मे तुम्हे नौकरी नहीं करने दूँगा। मुझे मारने के लिए बेस्ट निकालने लगे तथा मेरे हाथ पकड़कर रजिस्टर छीन लिया और बोला कि रजिस्टर को हाथ नही लगा तभी मेने रजिस्टर उठाया तो भगवान सिंह राणावत ने मुझे एक थप्पड़ मारा और एक शिक्षिका पर चिल्लाकर बोला कहा की मधु इस भीलटी को सबक सिखाओं तभी मधु वर्मा ने मेरे दोनो हाथ पकड़ लिये और मेरे साथ अतिथि शिक्षक पिंकी वर्मा ने थप्पड़ और मुक्के मारे उसके बाद अपना बचाव के लिए विडियो बनाया जिसमें मुझे उकसाने का प्रयास किया।

जिसके संबंध में प्राचार्य श्री भगवान सिंह राणावत ने मेरे खिलाफ जिला शिक्षा अधिकारी महोदय व थाना प्रभारी महोदय को अतिथि शिक्षक पिंकी वर्मा के नाम से फर्जी शिकायती आवेदन दिलाया गया। जबकि उक्त घटना से परेशान होकर मेने 100 नम्बर पर फोन करके पुलिस को बुलाया था। जिस पर पुलिस वालों ने मेरा विडियों बयान भी लिया था। लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई। छ माह पहले भी भगवान सिंह राणावत मेरे साथ गलत हरकत करने का प्रयास कर चुके है। लेकिन में अपनी नौकरी व इज्जत के कारण कोई कानूनी कार्यवाही नही करवा पाई। में अनुसूचित जनजाति की महिला शिक्षिका हूँ मुझे न्याय दिलाए एवं जातिवादी व चरित्र हीन शिक्षक (प्रभारी प्राचार्य) भगवान सिंह राणावत पर उचित कार्यवाही करें।

ग्रामीण अविभावक बोले

टीचर को यहां नहीं रहने देंगे। हमारे बच्चों का भविष्य खतरे में है क्योंकि स्कूल परिसर में अश्लील हरकतों से नहीं बल्कि शिक्षा से काम चलता है। सरकार और अधिकारियों से गुजारिश करता हूँ कि इन शिक्षकों पर कार्यवाही करें।

वहीं प्रमारी जिला शिक्षा अधिकारी आरके मीणा का कहना है कि यदि शिक्षक में ऐसी हरकत की है तो उचित कार्यवाही करेंगे। शिक्षकों की लड़ाई की वजह से बच्चों का स्कूल नहीं खुल सका। घंटो तक धूप में बाहर खड़े रहे। वहाँ बताया कि उनका मंगलवार को पेपर भी था। वहां पेपर भी नहीं हो सका। ऐसे में सवाल खड़ा होता है ऐसे शिक्षकों से कैसे बच्चों का भविष्य बनेगा।

यहाँ तक कि प्राचार्य के ऊपर इन सब सबुतो के बाद भी अभी तक एफआइआर तक दर्ज नहीं हुई??? जयस द्वारा एक बार एसपी महोदय को आवेदन देकर एफआइआर व गिरफ्तारी कि मांग भी गई परंतु केवल जांच का अस्वासन मिला आखिर और कौनसी जांच बाकी है जब सब सामने है। आज दिनांक को भीम आर्मी राजगढ़ द्वारा भी ट्वीट किया गया कि याद जल्द कार्यवाही नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा।

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