कबीर मिशन सामाचार/राजगढ़,
01 सितम्बर, 2022,
जिला शिक्षा अधिकारी बी.एस. बिसोरिया द्वारा दी गई जानकारी अनुसार विद्यालय शिक्षा का मंदिर है। जिसमें हमारे छात्रों का भविष्य निर्माण होता है। शालाओं में आधारभूत सुविधाओं का विकास एवं छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हेतु शिक्षकों के साथ पालकों, छात्रों एवं समुदाय का सहयोग आवश्यक है।
पालकों एवं समुदाय के सहयोग को प्रोत्साहित करने एवं शालाओं में निरंतर सहयोग प्राप्त करने के लिए जिला स्तर पर ऐसे पालकों, शिक्षकों, समाजसेवियों, जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों, शाला के पूर्व छात्रों, व्यावसायियों, अधिकारियों, कर्मचारियां तथा अन्य जो शालाओं में सहयोग के रूप में रुपए 5,000 का या उससे अधिक की वस्तु एवं राशि के रूप में सहयोग किया है या सहयोग करेंगे। उनको शीघ्र ही कलेक्टर हर्ष दीक्षित द्वारा शाल-श्रीफल एवं प्रमाण पत्र से सम्मानित किया जाएगा। 5,000 से कम राशि या वस्तु के रूप में सहयोग करने वालों को ब्लॉक एवं शाला स्तर पर सम्मानित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सभी शालाओं के संस्था प्रधान इस कार्य में स्वयं रुचि लेकर समुदाय के सहयोग को प्रोत्साहित कर शाला में वस्तु या राशि के रूप में अधिक से अधिक सहयोग प्राप्त करें। वस्तु के सहयोग के रूप में आवश्यकतानुसार वाटर कूलर, पंखा, टीवी, प्रोजेक्टर, कंप्यूटर, पानी की टंकी, उपयोगी पुस्तकें, फर्नीचर, मध्यान्ह भोजन हेतु डाइनिंग टेबल, बर्तन, वृक्षारोपण हेतु ट्री गार्ड, छात्रों के लिए स्कूल बेग, पेन-पेन्सिल, पुस्तकें, अभ्यास पुस्तिकाएं, बेल्ट, टाई, जूते, स्वेटर आदि वस्तुएं प्राप्त की जा सकती है। परिवार के किसी सदस्य की स्मृति में या जन्मदिन पर पानी की टंकी, कक्षों का निर्माण, फर्श का निर्माण, बाउंड्री वाल का निर्माण, प्लेटफार्म का निर्माण, गेट का निर्माण, वाटिका का निर्माण आदि कार्य करवाया जा सकता है। निर्माण का जिनकी स्मृति में निर्माण हुआ है उनका स्मृति में निर्माण का लिखवाया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि शाला में राशि का उपयोग सहयोग करने वाले के माध्यम से उचित कार्य में प्रयोग करें। ताकि सहयोग करने वालों का विश्वास अर्जित हो सके एवं अन्य सहयोगी भी आगे आ सके। सहयोग करने वालों को सम्मानित करने हेतु शीघ्र ही सहयोग करने वालों की सूची प्राप्त की जाएगी।उन्होंने निर्देशित किया कि शाला के संस्था प्रधान सहयोग करने वालों के नाम एव विवरण दी जा रही लिंक पर दर्ज करें सहयोग हेतु नागरिकों से संपर्क कर निरंतर प्रयास करते रहें। ताकि अधिक से अधिक लोगों की सहभागिता शाला में हो सके। सहयोगियों के नाम शाला के सूचना पटल पर लिखवाने की कार्रवाई भी की जाएगी। प्रयास कर लोगों को प्रेरित कर सहयोग लेकर 15 दिवस में अधिक से अधिक नाम लिंक पर दर्ज करें। 15 दिवस बाद पुरस्कृत करने हेतु सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा।