कबीर मिशन समाचार पचोर/राजगढ़,
देवेंद्र सिंह भिलाला,
मध्य प्रदेश आदिवासी विकास परिषद के बैनर तले ग्राम किशनखेड़ी विकासखंड सारंगपुर जिला राजगढ़ में आदिवासी भगवान कहे जाने वाले महामानव क्रांति सूर्या टंट्या मामा भील जयंती मनाए गई l 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दीन ही टंट्या मामा की जयंती पूरे राष्ट्र मे मनाए जाती हैं आदिवासी विकास परिषद जिला सचिव बाबूलाल जी भिलाला ने बताया की हमारे टंट्या मामा का जन्म सन्न 1842 मे खंडवा जिले के बिरड़ा में हुआ था l
इतिहास मे युगो-युगो तक अमर रहेगा टंट्या मामा ने अपना सारा जीवन गरीब, लाचार, बेसहारा लोगों के कल्याण के लिये एवं उनके हक़ व अधिकारो के लिये अपने प्राणो तक की बालि दे दी, अमीर लोग जो गरीबो का शोषण करते थे वो उनका माल लूट कर गरीब, बेसाहारा व्यक्तियों को देते थे टंट्या मामा भील ने राष्ट्र और देश सेवा के लिये अंग्रेजो से कई लड़ाईया लडी बाबूलाल जी ने कहा की ऐसे कई योद्धा हैं हमारे आदिवासी समाज में उदाहरण के तोर पर बिरसा मुंडा, राणा पूँजा, नैनाक राम भील,काली बाई भील आधि l