उज्जैन। भारत एक कृषि प्रधान देश के साथ साथ धर्म प्रधान देश की माना जाता है और सभी धर्मों के लोग निवासरत है। जुलाई अगस्त दोनों ऐसे महिने है जिसमें हिन्दू समाज के लोग बड़ी संख्या में तीर्थ यात्रा करते हैं। इसके साथ ही चारों धाम की यात्रा करते समय भारत को देख लेते हैं। कहा जाता है कि भगवान के दर्शन के साथ साथ भारत का दर्शन भी हो जाता है। इसको लेकर एक प्राचीन परम्परा भी अपनाई जाती है। जब कोई परिवार का सदस्य तीर्थ यात्रा पर जाते हैं और वापिस लौटते हैं तो परिवार और रिस्तेदारो द्वारा उनका स्वागत किया जाता है।
इसी के चलते उज्जैन जिले की महिदपुर तहसील के गांव बिलखेड़ा में तीर्थ यात्रा से लौटे सभी यात्रियों का ढोल नगाड़ों एवं पुष्प माला से स्वागत किया गया ग्रामीणों व परिवार जनों ने खुशी जताई। तीर्थ यात्री गणपत लाल जी, रामलाल लाल जी, पर्वत लाल जी, बापुलाल जी, रतन लाल जी, जगदीशचंद्र जी, रमेश चंद्र आदि लोग तीर्थ यात्रा लौटे और उनके स्वागत में गोर्धनलाल, नागुलाला, सोदनसिंह, शिवलाल, दिलीप, अंबाराम, दुर्गेस, बद्रीलाल, नारायण सिंह, राकेश, राहुल, श्रीपाल, रियांस आदि मौजूद रहे।