भोपाल। कबीर मिशन समाचार।
मध्यप्रदेश में अब धीरे धीरे राजनीति का अलाव जलनें लग गया है। अभी धुआं धुआं सा है और जैसे ही समय नजदीक आता जाएगा इसकी आंच गलियों में लगने लगेगी। शिवराज सरकार की ओर से योजनाओ में कोई कमी नहीं है चाहे योजना का पैसा ही न हो, ऊपर से भाषणों में तो टमाटर से कम भाव बोले ही नहीं जाते हैं।
खैर टमाटर भी बिक ही रहा खरिदने वाला होना चाहिए। यह तो विधायक तक खरीद लिए जाते हैं टमाटर की क्या औकात। राजनैतिक आयोजन का दौर चल पड़ा है इसमें मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग संयुक्त संघर्ष मोर्चा के भोपाल में हुए सम्मेलन में कांग्रेस के सीएम फेस कमलनाथ ने कहा कि सरकार में आए तो करवाएंगे जातिगत जनगणना।प्रदेश में पिछड़ा वर्ग की आबादी 55% है पर भाजपा डरती है कि जनगणना करवाया तो पोल खुल जाएगी।
कांग्रेस द्वारा 27% OBC आरक्षण दिए जाने के खिलाफ़ हाई कोर्ट से रोक लगने के मामले में कहा जिस वकील ने 27% आरक्षण के खिलाफ़ कोर्ट में पैरवी की उसे सरकार में आने के बाद भाजपा ने जबलपुर भाजपा का पदाधिकारी बना दिया गया। भाजपा 27% OBC आरक्षण के खिलाफ़ है। भाजपा बाहर से कुछ और अंदर से कुछ है। यह तो गई कमलनाथ कि बात, अब वीडी शर्मा ने भी तर्ज पर तंज कसा है।
बिहार की तर्ज़ पर एमपी में कमलनाथ द्वारा जातिगत जनगणना कराने के बयान पर बोले बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा झूठ बोलने की मशीन है दिग्विजय सिंह और कमलनाथ।
सरकार में आने के लिए कुछ भी बोल सकते हैं। बोले बोलने से क्या होता है। ख़ैर, कल इस मुद्दे पर भाजपा नेता लालसिंह आर्या की भोपाल में एक प्रेस कांफ्रेंस भी रखी गई है।
अब चुनाव बहार आनी वाली है अपने पराए होने वाले हैं। आरोप प्रत्यारोप का दौर यूंही चलता रहेगा और मप्र किसके हाथ में जाएगा यह तो वक्त ही बताएगा लेकिन इस सबसे बड़ा सवाल नौजवान बेरोजगारों का है जो सरकारी नौकरी की आस में काले बाल सफेद करके बैंठें है। वहीं प्रदेश त्रिकोणीय मुकाबले के भी आसार नजर आते हैं।