क्राइम धार मध्यप्रदेश समाज

धार। हरिजन का मंदिर में आना सख़्त मना हैं यह निजी मंदिर है ऐसा बोर्ड देखकर महेंद्र कन्नौज, विधायक अलावा ने धरना दिया, मामला दर्ज

धार । कबीर मिशन समाचार।

बोर्ड के विरोध में धरना देते हुए।

धार। कुक्षी के लोहारी में लगा दलित को मंदिर जाने पर रोक लगाने का बोर्ड, हरिजन का मंदिर में आना सख़्त मना हैं यह निजी मंदिर है।

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धार जिले के कुक्षी तहसील के लोहारी में दलित (हरिजन) को मंदिर में जाने से प्रवेश प्रतिबंध को लेकर बोर्ड लगाने पर महेंद्र सिंह कन्नौज मनावर विधायक डॉ हीरालाल अलावा सहित अन्य लोगों ने रात में दिया धरना।

ग्राम लोहारी में प्रह्लाद विश्वकर्मा नामक व्यक्ति ने एक बोर्ड के माध्यम से लिखवाया कि हरिजनों को मंदिर में आना सख्त मना है। यह मंदिर सार्वजनिक नहीं है। ये संपदा व्यक्तिगत निजी हैं। जबकि वहां निवासरत कोई भी अनुसूचित जाति के भाई जबरन उस मंदिर नहीं जाता है। वे पहले ही मंदिरों की व्यवस्था से दूर है लेकिन इस तरह का बोर्ड लगाना, संविधान विरोधी है। उसके बावजूद उसने ये हरकत की है।

जैसे ही सूचना मिली मौके पर पहुंचे तो प्रह्लाद विश्वकर्मा एवं उसके बेटे प्रखर विश्वकर्मा द्वारा दादागिरी कर अपशब्द बोले गए। उसके बाद सभी ने मिलकर विरोध प्रदर्शन किया। देर रात के बाद 294, 505(2), 506, एससी एसटी एक्ट की धारा 3(2)(s), 3(2)(u) में मामला दर्ज किया। एफआईआर का विवरण इस प्रकार है।

देश की सबसे ख़तरनाक और शर्मनाक खबर।

फरियादी धनराज पिता हरचन्द रक्षा, सुनील पिता गंगाराम जारेवाल, अनिल पिता रमेश दामके जाति एवं महेन्द्र पिता भुवानसिंह कन्नौज ने थाना हाजिर आकर मौखिक रिपोर्ट किया कि मैं सातभाया फल्या रहता हूँ। मजदूरी करता हूँ। मै 10 वी तक पढा। लिखा हूँ मेरे गांव मे बड़गाव फाटे से बड़गाव रोड पर प्रहलाद विश्वकर्मा का काम्पलेक्स है।

प्रहलाद विश्वकर्मा ने अपने काम्पलेक्स के पास भोलेनाथ जी का मंदिर बना रखा है। आज करीबन 3.30 बजे मैं मजदूरी करके बडगाव रोड से सोनगांव तरफ से लोहारी अपने घर आ रहा था तभी प्रहलाद विश्वकर्मा के द्वारा बनाये गये मंदिर के पास मैंने देखा मंदिर के बाहर एक लकडे पर एक सिदूरी कलर का फ्लेक्स (पोस्टर) लगा होकर उस पर श्री नर्मदेश्वर महादेव मंदिर लोहारी सूचना मंदिर खुलने का समय सुबह 06.00 बजे से 11.00 बजे तक, शाम 7.30 बजे से 9.00 बजे तक संध्या आरती का समय शाम 7.30 बजे से यह मंदिर सार्वजनिक नही है यह संपदा व्यक्तिगत निजी है विशेष निवेदन निवेदन है कि हरिजनो का मंदिर में आना सख्त मना है। धन्यवाद जागीरदार लिखा था

जिससे मेरा मन आहत होकर मुझे बहुत बुरा लगा मैंने अपने गांव मे अनिल दामके एवं मेरे मित्र सुनील जारेवाल निवासी साततलाई को घटना बताई और मैने अपने मोबाईल से मंदिर के पास लगे फ्लेक्स जिस पर इन्होने उक्त जातिगत गलत टिप्पणी प्रकाशित कर रखी थी जिसका वीडियो भी बनाया है जो मेरे मोबाईल में है। जिसकी मै सीडी बनाकर दे दूंगा।

उक्त जानकारी महेन्द्र भाई कन्नौज निवासी तालनपुर को पता चलने पर वह भी लोहारी आये फिर मैंने तथा महेन्द्र भाई कन्नौज, सुनील भाई जारेवाल, और अनिल दामके के साथ शाम करीब 7.30 बजे लोहारी मे मंदिर पर जाकर प्रहलाद पिता नाथूलाल विश्वकर्मा को पूछा कि तुमने ऐसा गलत फ्लेक्स (पोस्टर) क्यों लगाया तो उसने बोला कि यह मेरा निजी मंदिर है मैं इसमे कुछ भी करु मेरे मंदिर मे हरिजनों का आना मना है। बलाई, चमार, नीच, तुमको यहा आने का किसने बोला, कहकर मेरी कालर पकडी ओर जान से मारने की धमकी दी है। बाद महेन्द्र भाई कन्नौज, सुनील भाई जारेवाल, अनिल दामके को साथ लेकर रिपोर्ट करने कराई गई।

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