उज्जैन मध्यप्रदेश

उज्जैन जिले में गाँव-गाँव और खेत-खेत तक प्राकृतिक खेती को पहुंचाया जायेगा

उज्जैन 19 मई। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी तथा मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के संकल्प अनुसार उज्जैन जिले में गाँव-गाँव और खेत-खेत तक प्राकृतिक खेती को पहुंचाने के लिये तैयारियां प्रारंभ कर दी गई है। जिले के किसानों को प्राकृतिक खेती के तौर तरीके समझाने और उन्हें प्राकृतिक खेती से जोड़ने के लिये प्रशिक्षक तैयार किये जा रहे है। इसी तारतम्य में 19 मई को कृषि विभाग एवं संबद्ध विभाग (उद्यानिकी, पशुपालन, बीज प्रमाणीकरण, बीज निगम, कृषि विज्ञान केन्द्र, कृषि उपज मंडी) के मैदानी अमले को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षण दिया गया। एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम कृषि विस्तार एवं प्रशिक्षण केन्द्र उज्जैन में आयोजित किया गया।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में गांधीनगर गुजरात से आये प्राकृतिक कृषि के विशेषज्ञ तथा मास्टर ट्रेनर श्री पी.के. शर्मा ने कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, बीज प्रमाणीकरण बीज निगम तथा कृषि विज्ञान केन्द्र के अधिकारी/कर्मचारियों के साथ प्राकृतिक कृषि करने के इक्छुक किसानों को प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षित किसान एवं मैदानी अमला जिले के अन्य कृषकों को प्राकृतिक खेती के तौर तरीके बतायेंगे और उन्हें प्राकृतिक खेती के लिये प्रोत्साहित करेंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्राकृतिक कृषि के महत्व मानव स्वास्थ्य, मृदा स्वास्थ्य एवं पूरी प्रकृति के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। मिट्टी की उर्वरता का संरक्षण, खेती की लागत में कमी, सकल आय में वृद्धि, मानव स्वास्थ्य की सुरक्षा, मिट्टी की नमी धारण क्षमता में वृद्धि, भूमि के कटाव में कमी, भूमि के PH मान का संतुलन, पर्यावरण की सुरक्षा प्राकृतिक प्रकोप से रक्षण, विदेशी मुद्रा की बचत सहित प्राकृतिक खेती के आधार पर स्तम्भ बीजामृत, जीवामृत, घनजीवामृत, नीमास्त्र ब्रह्मास्त्र, अग्निअस्त्र, सप्तधान्य, दसपर्णी अर्क, नीमपेस्ट आदि के उपयोग के तरीके तथा इन्हें बनाने की विधि समझाई गई। साथ ही जिले में पूर्व से प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों से व्यावहारिक जानकारियों से परिचय कराया।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास श्री आर.पी.एस. नायक, परियोजना संचालक (आत्मा) एवं कृषि विस्तार एवं प्रशिक्षण केन्द्र के प्राचार्य श्री बी.एस. जमरा, उप संचालक उद्यानिकी श्री सुभाष श्रीवास्तव, कृषि विज्ञान केन्द्र उज्जैन से डॉ.एस.के. कौशिक, कृषि विभाग के सहायक संचालक श्री कमलेश राठौर, श्री जी.आर. मुवेल, श्रीमती विनीता राय, उप परियोजना संचालक श्री आर.जी. आरोलिया, प्राचार्य कृषि विस्तार एवं प्रशिक्षण केन्द्र के सहायक संचालक श्री पी. सी. केवड़ा, श्री कमल मालवीय, श्रीमती अविना सिंह परिहार, श्री सचिन माने, एवं कार्यालय परियोजना संचालक आत्माी के बी.टी.एम./ए.टी.एम., उप संचालक पशुपालन, उद्यानिकी विभाग, बीज प्रमाणीकरण, बीज निगम, कृषि उपज मंडी के मैदानी अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।

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