चंबल मध्यप्रदेश मुरैना

मध्यप्रदेश सर्व जाटव एकता मंच मुरैना द्वारा कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष से कमलनाथ हटाने एवं दलित आदिवासी नेता को मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने की मांग।

कबीर मिशन समाचार
मुरैना मध्यप्रदेश

मुरैना। मध्यप्रदेश सर्व जाटव एकता मंच मुरैना के अध्यक्ष भगरी लाल जाटव ने कांग्रेस कमेटी अखिल भारतीय दिल्ली को पत्र लिखकर मांग की है, कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाना है तो चमार समाज विरोधी कमलनाथ के स्थान पर किसी दलित आदिवासी हितेशी नेता को या किसी दलित आदिवासी वर्ग के नेता को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किये जाने पर विचार करने हेतु कांग्रेस कमेटी दिल्ली सहित समस्त कार्य समिति सी डब्लू सी को मांग की गई है कि कमलनाथ जी चमार समाज विरोधी नेता है।यह आरोप लगाते हुए मध्यप्रदेश के मुरैना निवासी भगरी लाल जाटव ने शिकायत में बताया है कि दलित आदिवासी वर्गों में विशेष कर चमार समाज में कमलनाथ के प्रति भारी नाराजगी दिखाई दे रही है। इस बात को ध्यान में रखते हुए मध्यप्रदेश सर्व जाटव समाज एकता मंच ग्वालियर अंचल की ओर से अनुरोध करते मध्यप्रदेश में अगर कांग्रेस की सरकार बनाना है तो चमार समाज से नफ़रत करने वाले चमार समाज के विरोधी कमलनाथ के स्थान पर किसी दलित आदिवासी हितैषी नेता को अथवा किसी दलित आदिवासी वर्ग के नेता को कांग्रेस की ओर से अगला मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार चेहरा घोषित करने पर विचार करना चाहिए।


जाटव समाज एकता मंच ने चार पेज का पत्र लिखकर मांग की है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने हेतु कमलनाथ को मुख्यमंत्री चेहरा न किया जाए क्योंकि कमलनाथ सरकार चलाने में असफल रहे है और आगे भी असफल रहने की संभावना है।वह अपने अहंकार, घमंड अपार धन दौलत के आगे को भी कुछ नहीं समझते है इस कारण विधायकों ने पार्टी छोड़कर सरकार गिराई थी। वहीं स्थिति कमलनाथ के रहते पुनः बन सकती है यह सब देखते हुए कमलनाथ जी को पार्टी हित में नेतृत्व वापिस लिया जाना चाहिए। क्योंकि वह चमार समाज विरोधी नेता है ।

वह चमार समाज के राष्ट्रीय नेता राष्ट्र निर्माता बाबू जगजीवन राम जो कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे और स्वतंत्रता आन्दोलन के महानायक भी रहे है। उनके चित्र/तस्वीर कांग्रेस कार्यालयों में कार्यक्रम के मंच पर प्राथमिकता के साथ लगायी जाना चाहिए। लेकिन नहीं लगाते जिसमें बहुसंख्यक चमार समाज में नाराजगी जताई जा रही है। कमलनाथ चमार समाज से इतना परहेज करते है कि वह कार्यक्रम में तक आना नहीं चाहते और न ही मिलने का समय देते है। चमार समाज के संतों, स्वतंत्रता सेनानियों, महापुरुषों, शहीदों के प्रति नफरत करते है।वह मध्यप्रदेश के महान क्रांतिकारी वीर मनीराम अहिरवार जी को तक राष्ट्रीय शहीद का दर्जा दिलाने हेतु वचन पत्र में नाम तक शामिल नहीं कर रहे। तथा दलित एजेंडा को अमल नहीं किया वह अपनी मनमानी कर रहे है ऐसे अनेक उदाहरण सहित आरोप लगाते हुए मांग की है कि मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी भोपाल से कमलनाथ जी को हटाया जाये और मुख्यमंत्री चेहरा न बनाया जाये।

About The Author

Related posts