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संडावता। इंदौर के महू में आदिवासी युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या,भीम आर्मी व जयस में आक्रोश सौंपा ज्ञापन।

सारंगपुर राजगढ़। कबीर मिशन समाचार पवन मेहरा

संडावता। इंदौर के महू मे आदिवासी युवती के साथ जातिवादी सोच के लोगों द्वारा सामूहिक बलात्कार कर हत्या कर दी गई और न्याय कि आवाज बुलंद करने वाले प्रदर्शनकारियो पर प्रशासन ने फायरिंग कि जिसमें एक व्यक्ति की मौत और अन्य गंभीर घायल है। जयस जिला उपाध्यक्ष श्याम भिलाला एवं भीम आर्मी जिला मुख्य प्रभारी राजकुमार आजाद ने कहा कि पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है और आजादी में आदिवासी नायकों की भूमिका पर संगोष्ठी आयोजित किया जा रहा है।

ऐसे वक़्त में महू के गवली पलसिया मे एक आदिवासी युवती के साथ सामुहिक बलात्कार के बाद हत्या का मामला प्रकाश मे आया है,तथा उस घटना के संबंध में विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगो पर पुलिस द्वारा फायरिंग किया गया जिसमे एक निर्दोष आदिवासी युवक की मौत और एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल होने की सूचना मिली है, प्राप्त जानकारी के अनुसार मृत युवक अपने परिवार का एकलौता कमाने वाला था, जो आदिवासी बाहुल्य प्रदेश के लिए एक कलंक और प्रदेश के पुलिस एवं प्रशासनिक व्यवस्था पर बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह है।

इस प्रकार कि बर्बरता पूर्ण कार्यवाही से लोकतांत्रिक व्यवस्था में विरोध व्यक्त करने एवं आवाज उठाने के अधिकारों की अवहेलना होती है तथा संविधान एवं लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए संघर्ष को प्रतिकूल प्रभाव पडा है, पूर्व मे भी नेमावर हत्याकांड,लटेरी गोली कांड मे आज दिनांक त पीडितो को न्याय नहीं मिलने से अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।


आजादी के 7 दशक बाद भी शांति प्रिय आदिवासी समुदाय पर लगातार अमानवीय तरीके से हमले एवं उसके बाद निष्पक्षता से कार्यवाही और दोषियों को दंड ना मिल पाना सबसे बडा अन्याय और चिंतन का विषय है। तत्कालीन एनसीआरबी की रिपोर्ट भी मध्यप्रदेश मे आदिवासियों के अत्याचार पर मुहर लगाती है,जो आदिवासी समाज के प्रति जिम्मेदार शासन प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर और चिंतनीय सवाल खडा करती है,और आदिवासी आज अपने आप को डरा हुआ महसूस करता है।

समाज का मानना है कि आदिवासियों पर हुए अत्याचार,शोषण हमलो पर निष्पक्ष और बगैर राजनैतिक दबाव से जांच करते हुए दोषियों पर कठोर कार्यवाही हो तो ऐसे अपराधो पर अंकुश लगाया जा सकता है।चूकि भारतीय संविधान मे आदिवासी प्रदेशो मे महामहिम राज्यपाल की भूमिका आदिवासियों के पालक के तौर पर होती है इसलिए आदिवासी समुदाय की अपेक्षा है महामहिम राज्यपाल इस पर स्वयं संज्ञान लेकर दोषियों पर कडी कार्यवाही के आदेश जारी करें तथा मृतक के परिवार को 1 करोड का मुवावजा और एक सदस्य को शासकीय नौकरी प्रदान करें।


ये सभी मांगे भीम आर्मी व जयस ने महामहिम राज्यपाल से रखी है। साथ ही ये चेतावनी भी दी है कि समाज की उपरोक्त मांगो पर विचार कर यथाशीघ्र कार्यवाही करने के आदेश जारी करें अन्यथा जयस, भीम आर्मी, बहुजन, आदिवासी सामाजिक संगठनों के साथ सम्पूर्ण मध्यप्रदेश मे भीषण आंदोलन करेगा ज जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

इस अवसर पर जयस प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्याम भिलाला, जिला मुख्य प्रभारी भीम आर्मी राजकुमार आजाद, जजयस ब्लॉक अध्यक्ष संजय भिलाला, ब्लॉक संरक्षक गोविंद भिलाला, पहलवान सिंह भिलाला,राजकुमार मालवीय सुस्याहेडी, पवन मामालवीय मलकाना, डॉ घीसालाल भिलाला, सावन भिलाला रामबाबू मैकेनिक टिंकू भिलाला भ्याना, सुनील आजाद, अरुण मालवीय, वर्षा, कमल अहिरवार मुंडला मऊ , रामदयाल झिरी, प्रभुुलाल भिलाला, संतोष भिलाला, राजकुमार अंबेडकर, बलराम आज़ाद भ्याना, ब्रजमोहन भीम आर्मी उपाध्यक्ष मलकाना, सुनील आज़ाद, अरुन मालवीय साबरस्या, अरुण वर्मा दराना, दुर्गाप्रसाद आज़ाद तहसील प्रभारी, काल्याखेडी टीम एवं अन्य आस पास के भीम आर्मी व जयस के साथी उपस्थित रहे।

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