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वाल्मीकि समाज की ६ वर्षीय बिटिया के साथ दुष्कर्म और रविदास समाज की बिटिया की जघन्य हत्या को लेकर दलित समाज ने किया धार कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव

26/3/23 को पीथमपुर निवासी वाल्मिकी समाज के मज़दूर सचिन भेरवे की ६ वर्षीय बिटिया को मुहबोलें मामा निलेश पवार ने चाकलेट दिलाने के बहाने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया।

बच्ची अभी धार हॉस्पिटल में उपचाररत हैं। इतनी बड़ी घटना में पुलिस ने आरोपी को केवल गिरफ्तार कर प्रकरण में इतिश्री कर ली।

आरोपी के मकान को जमीदोज करने को लेकर और पीड़ित परिवार को ५० लाख रुपये मुआवजा देने के साथ ही उक्त प्रकरण को फ़ास्ट ट्रेक कोर्ट में चलाने के लिए दलित नेता मनोज परमार के नेतृत्व में सैकडो की संख्या में आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव करते हुवे पुलिस कार्यवाही को कठघरें में खड़ा किया।

परमार ने आरोप लगाते हुवें कहा की पिछले दिनों रविदास समाज की बिटिया नेहा जाटव २२ मार्च को ग़ायब हुई थी।जिसकी लाश २६ मार्च को शिप्रा थाना अन्तर्गत मिली। नेहा के हत्यारें आज तक लापता हैं। गिरफ़्तारी तो दूर की बात पुलिस अभी तक आरोपियों का सुराग तक नहीं लगा पाई। उक्त दोनों घटना से नाराज आक्रोशित दलित समाज ने धार कलेक्टर प्रियंक मिश्र और धार पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह को ज्ञापन प्रेषित किया और नेहा हत्याकाण्ड के आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी कार्यवाही की माँग की। साथ ही परमार ने बताया कि पिछले दिनों दलित समाज की 3 बच्चियां गायब हुईं हैं । जिसमे से केवल एक नेहा जाटव की लाश मिली है। बाकि 2 बच्चियां आज तक पुलिस की पहुंच से दूर हैं।

यहां के लोगों को ऐसी शंका है कि
पीथमपुर में काम करने आये प्रवासी मजदूरों की बेटियों को कोई गिरोह हैं जो बच्चियों का अपहरण कर वेश्यावृति के धंधे में धकेल देता है या अन्यत्र स्थानों पर बेच देता है। और असफल होने पर बेटियों की हत्या कर देता है। जिसका जीता-जागता उदाहरण हैं नेहा जाटव हत्याकांड

धार कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक धार ने इस घटना को गंभीरता से सुना और जांच कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने के लिए सम्पूर्ण दलित समाज को आश्वस्त किया ।

इस मौके पर मुख्य रूप से संजय सोलंकी नेताजी, सुभाष सोलंकी, चंदा मालवीय, कृष्णा मालवीय, निलेश चौहान, अर्पित बाबा, आकाश सोलंकी, ऋतिक चौहान, दीपक चौहान, सोनू चौहान, नीरज गैलोटिया, गौरव शुक्ला, दिलीप मामा, कमल गिरजे, जितेंद्र पारोतिया, राजेश घावरी, बलराम चावरे, हरीश गोसर, विवेक बाली, रामचरण धौलपुरे, राकेश खरे, कालू खरे, लोकेश खरे, आतिश बाली, भीम गौसर सतीश हाडे, विनायक गोसर, नितिन पारोतिया, सौरभ कंडारे, प्रेमिका चौहान, पृथ्वी सिंह, अजय चावरे, बबलू सोनगरा, सावन बाली, उदय बाली, अशोक बाली, गोलू चौहान, विशाल खरे, विक्की खरे, लोकेश खरे, अनिल चावरे, मंगल खत्री, अशोक पारोतिया, विवेक बाली धर्मेन्द्र सोलंकी, राहुल कल्याने, मदन बालोदा, सुनील बालोदा, दीपक रील, सुंदर रील, इत्यादि दलित समाज के सैकड़ो लोग उपस्थित हुए।

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