मंदसौर मध्यप्रदेश

सरस्वती शिशु मंदिर योजना का मुख्य उद्देश्य भैय्या बहिनो को संस्कार युक्त शिक्षा देना-श्री रावत

कबीर मिशन समाचार
सुरेश मैहर संवाददाता गरोठ जिला मंदसौर

*सरस्वती शिशु मंदिर योजना का मुख्य उद्देश्य भैय्या बहिनो को संस्कार युक्त शिक्षा देना-श्री रावत कबीर मिशन समाचार सुरेश मैहर संवाददाता गरोठ जिला मंदसौर गरोठ।उपरोक्त कथन ग्राम भारती चर्मवती शिक्षा समिति जिला गरोठ के जिला प्रमुख श्री मन्नालाल जी रावत द्वारा सरस्वती शिशु मंदिर खजूरी पंथ द्वारा आयोजित गुरु पूर्णिमा उत्सव पर कहे उंहोने कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर योजना में शिक्षा के साथ संस्कार दिए जाते हैं वर्तमान समय में संस्कारों की कमी के कारण परिवार टूट रहे हैं प्राचीन काल में मंदिरो के माध्यम से संस्कार युक्त शिक्षा प्रदान की जाती थी संयुक्त परिवारो में दादा दादी, भैय्या बहिनो को संस्कार देनै का कार्य करते थे परंतु वर्तमान मे एकल परिवार होने के कारण भैय्या बहिनो संस्कार नहीं मिल पाते हैं जिसके कारण समाज में विभिन्न प्रकार की कुरुतिया प्रचलित हो रही है इसके पश्चात आदरणीय भाईसाहब व्यास जी द्वारा भी कहा गया है कि बच्चे की प्रथम गुरु मां होती है व आदरणीय गुप्ता दीदी द्वारा संस्कार के बारे में बताया गया इस शुभ अवसर पर ग्रामवासियों द्वारा हवन करवाया गया।और भैय्या बहिनों द्वारा आचार्य परिवार का समान किया गया इस कार्यक्रम में अतिथि आदरणीय श्री भरतलाल धाकड( सरपंच साहब) श्री मन्नालाल जी रावत (जिला प्रमुख गरोठ) श्री मति स्नेहलता जी गुप्ता (एडवोकेट) श्री विष्णु जी पंवार (जिला कार्यालय प्रमुख) श्री गंगाप्रसाद व्यास (संकुल प्रमुख) श्री शंभुलाल धाकड(संयोजक) अतिथियों का परिचय ममता लौहार प्रधानाचार्या द्वारा कराया गया अतिथि स्वागत श्री भरत धाकड , निर्मल धाकड , श्री राजेश विश्वकर्मा द्वारा कराया गया। उक्त जानकारी ममता लौहार द्वारा दी गई है ।

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