देवास

संत रविदास समरसता यात्रा को लेकर बैठक सम्पन्न, 4 अगस्त को निकलेगी यात्रा।

कबीर मिशन समाचार
पवन परमार जिला ब्यूरो चिफ़
जिला देवास

सोनकच्छ। बुधवार को विकासखंड सोनकच्छ में संत शिरोमणि रविदास जी महाराज साहब की समरसता यात्रा को लेकर जनपद पंचायत के सभाकक्ष में समरसता यात्रा की बैठक का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित अनुविभागीय अधिकारी संदीप शिवा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी चरक शिवहरे, नगर पंचायत सीएमओ विष्णु प्रसाद देवड़ा, नायब तहसीलदार लखनलाल सोनानिया, जनप्रतिनिधियों के रूप में गौतम सिंह राजपूत जिला उपाध्यक्ष भाजपा, नीरज सिंह चौहान एनजीओ प्रकोष्ठ भाजपा जिला अध्यक्ष, तेज सिंह बघेल पूर्व मंडल अध्यक्ष

एवं वरिष्ठ सदस्य, संजय दायमा आजा मोर्चा जिला अध्यक्ष, मनीष दांगी आजा मोर्चा जिला महामंत्री, ग्रामीण मंडल अध्यक्ष भाजपा हरेंद्र सिंह पीलवानी, नगर मंडल अध्यक्ष भाजपा राजेंद्र सिंह मोडरिया, जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष बहादुर सिंह, मप्र जन अभियान परिषद जिला समन्वयक देवेंद्र शर्मा एवं नगर पंचायत पीपलरावां सीएमओ, जन अभियान परिषद ब्लॉक समन्वयक मानसिंह मालवीय, आदिम जाति कल्याण विभाग से आरसी राजोरिया, जन अभियान परिषद की नवांकुर समितियां एवं मेंटर्स उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में सर्वप्रथम अतिथि के रूप में आए तेज सिंह बघेल द्वारा बताया गया कि संत रविदास महाराज साहब किसी एक समाज के नहीं थे वह पूरे राष्ट्र के संत थे उनके द्वारा किए गए कार्यों को आज भी उनके विचार को सभी समाजों को लाभ मिल रहा है उन्होंने जो काम किए हैं उनका लाभ सभी समाजों को मिल रहा है। संत रविदास संत कबीर के गुरुभाई थे, अर्थात संत कबीर और संत रविदास के गुरु एक थे रामानंद जी, संत रविदास ने अपने दोहों व पदों के माध्यम से समाज में जातिगत भेदभाव को दूर कर सामाजिक एकता पर बल दिया और मानवतावादी मूल्यों की नीव संत रविदास ने रखी इतना ही नहीं वे एक ऐसे समाज की कल्पना करते थे जहां किसी भी प्रकार का लोग लालच दुख दरिद्रता भेदभाव नहीं हो अगले उध्बोधन में आजा मोर्चा के जिला अध्यक्ष संजय दायमा द्वारा बताया गया कि रविदास जी को रैदास भी कहा जाता है

रहस्यवादी और कभी जो उत्तर भारतीय भक्ति आंदोलन के सबसे प्रसिद्ध संतो में से एक थे रविदास का जन्म वाराणसी के एक अछूत चमड़े का काम करने वाली जाति के सदस्य के रूप में हुआ था उनकी कविता और गीत अक्सर आज भी सभी के द्वारा गाए जाते हैं। मनीष दांगी द्वारा बताया गया कि संत रविदास की गणना केवल भारत में ही नहीं अपितु विश्व के महान संतों में की जाती है जिन्हें संत शिरोमणि गुरु रविदास से नवाजा गया है। संत रविदास जी बचपन में ही भक्ति में लीन रहते थे उनकी प्रतिभा को जानकर स्वामी रामानंद ने उन्हें अपना शिष्य बनाया स्वामी रामानंदाचार्य वैष्णव भक्ति धारा के महान संत थे। कार्यक्रम में जन अभियान के जिला समन्वयक द्वारा संत रविदास महाराज साहब की यात्रा को लेकर रूट चार्ट के बारे में पूरी जानकारी दी।

जिसमें बताया गया कि शुजालपुर से यात्रा 4 अगस्त को निपानिया हुरहुर बलड़ी पर आएगी नगर पंचायत पीपलरावां में कलश यात्रा के माध्यम से नगर में भ्रमण कराया जाएगा यात्रा पीपलरावां से होकर सोनकच्छ में रात्रि विश्राम करेगी अगले दिन यात्रा विशाल जनसमूह कलश यात्रा के साथ में महाराणा प्रताप चौक में आमसभा की जाएगी उसके पश्चात यात्रा देवास की ओर प्रस्थान करेगी। अनुविभागीय अधिकारी द्वारा प्रशासनिक व्यवस्था को लेकर सभी अधिकारी कर्मचारियों की बैठक ली एवं यात्रा को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

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