म०प्र०उच्च न्यायालय, जबलपुर के माननीय मुख्य न्यायाधिपति श्रीमान रवि मलीमठ के निर्देशों के पालन में एवं मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय खण्डपीठ इंदौर के न्यायाधिपति श्री विजय कुमार शुक्ला पोर्टफोलियो जज के मार्गदर्शन में एवं माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, शाजापुर श्री ललित किशोर की सतत् निगरानी में न्यायिक जिला स्थापना शाजापुर में पदस्थ न्यायिक अधिकारियों द्वारा माननीय उच्च न्यायालय मध्यप्रदेश द्वारा प्रति तिमाही में 25 पुराने प्रकरणों के निराकरण संबंधी योजना के अंतर्गत वर्षों पुराने लंबित कई प्रकरणों का निराकरण कर कीर्तिमान स्थापित किया है। माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर द्वारा पूरे वर्ष में प्रत्येक न्यायिक अधिकारी को 100-100 पुराने प्रकरणों का निराकरण किये जाने का वार्षिक लक्ष्य दिया गया था, जिसके पालन में कुल 2671 प्रकरणों में से 2475 प्रकरणों का निराकरण किया गया।
इस प्रकार न्यायिक जिला स्थापना शाजापुर पर पदस्थ न्यायिक अधिकारीगण द्वारा अपने-अपने न्यायालयों में लंबित पुराने प्रकरणों में से 92.66 प्रतिशत से अधिक प्रकरणों का निराकरण कर कीर्तिमान स्थापित किया गया है। जिसमें माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री ललित किशोर, चतुर्थ जिला न्यायाधीश श्री प्रवीण शिवहरे, प्रथम जिला न्यायाधीश सुसनेर श्री पंकज कुमार वर्मा, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी शाजापुर श्री आदिल अहमद खान, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी शुजालपुर श्रीमती सोनाली शर्मा एवं सुश्री ग़ज़ल पहावा के द्वारा निराकृत प्रकरण का 100 प्रतिशत एवं डॉ स्वाति चौहान, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी शाजापुर एवं श्रीमती सोनाली शर्मा न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी शुजालपुर एवं श्रीमती सुनानया श्रीवास्तव न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणीं आगर, श्री भूपेंद्र सिंह कुशवाहा न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी आगर, श्री मोहित माधव, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी नलखेड़ा का 99 प्रतिशत से अधिक रहा, इन निराकृत प्रकरणों में जिला शाजापुर एवं तहसील न्यायालय शुजालपुर, आगर, सुसनेर एवं नलखेड़ा के अधिवक्तागण का पूर्ण सहयोग रहा।