इंदौर

कॉलोनाइजर ने लगाई प्रशासन से गुहार अवैध कॉलोनी निर्माताओं की गलती के कारण वैध कॉलोनी निर्माणकर्ता परेशान

कबीर मिशन समाचार।

बड़वाह।नगर में नवनिर्मित कॉलोनी का विवाद अब गहराता जा रहा है।कुछ दिनों पूर्व इंदौर इच्छापुर हाईवे सटी पुरानी कॉलोनी के भूखंड मालिकों ने नई विकसित हो रही राम कृष्ण विहार कॉलोनी के निर्माणकर्ता पर आरोप लगाया था कि हमारे भूखंडों का कुछ हिस्सा इस नई कॉलोनी में आ रहा है।अब इस नई कॉलोनी के निर्माणकर्ता ने आरोप लगाया है कि हमारे कॉलोनी के सारे दस्तावेज पूर्ण होकर पूरी तरह वैध है व राजस्व विभाग द्वारा सर्टिफाइड है।पूर्व में निर्मित अवैध कॉलोनी जिसके कोई कागज अपूर्ण होकर कॉलोनी पूरी तरह अवैध है उसके कुछ भूखंड मालिक द्वारा हमें बेवजह परेशान किया जा रहा है।
श्रद्धा सबुरी डेवलपर्स को अनुचित ढंग से परेशान किया जा रहा
नगर को सर्व सुविधा युक्त कालोनियां देने वाले श्रद्धा सबुरी डेवलपर्स द्वारा निर्मित यह कॉलोनी के भूस्वामी लक्ष्मी नारायण पिता राम कृष्ण शर्मा ने अनुविभागीय विभाग राजस्व बड़वाह से यह गुहार लगाई है कि हम अपने स्वामित्व की भूमि पर अधिकृत पार्टनर द्वारा संपूर्ण कागजी कार्यवाही पूर्ण करने के बाद विधिक कॉलोनी विकसित कर रहे हैं लेकिन हमें अनुचित ढंग से परेशान किया जा रहा है।कॉलोनी के विधिक निर्माण हेतु पूर्व में ही अपने स्वामित्व की सर्वे नंबर 357/18 की भूमिका विधिमान्य सीमांकन राजस्व अधिकारियों के माध्यम से 29 नवंबर 2020 को करवाया जिसकी पुष्टि भी मान तहसीलदार कार्यालय बड़वाह के द्वारा राजस्व प्रकरण क्रमांक 59 /अ 12/ 2020-2021 में की गई है। इस दौरान किसी ने आपत्ति दर्ज नहीं कराई।उक्त सर्वे नंबर की भूमि पर हम विकास करता के द्वारा विधिवत विकास अनुमति राजस्व प्रकरण क्रमांक 110 बी 121/ 2021 -2022 के माध्यम से प्राप्त की गई तथा निवेश कार्यालय से विधिवत नक्शा भी स्वीकृत कराया तथा इसी सर्वे नंबर की भूमि की मेड पर ही सीमांकन प्रदर्शित स्थान पर ही बाउंड्री वाल का निर्माण भी कराया गया।
उक्त बाउंड्री वाल का निर्माण कराने में करीब 1 से डेढ़ माह से अधिक समय अवधि लगी।
इन सारी विधिक कागजी कार्यवाही के दौरान किसी ने भी कोई आपत्ति दर्ज नहीं करवाई जबकि उक्त बाउंड्री निर्माण कार्य शिकायत कर्ताओं की आंखों के सामने हुआ लेकिन उन्होंने तब भी आपत्ति दर्ज नहीं कराई थी।लेकिन जैसे ही यह सर्व सुविधा युक्त कॉलोनी अपने अस्तित्व में आई जिसका बाद एकाएक शिकायतकर्ता प्रकट होने लगे और हम कॉलोनी विकास कर्ताओं पर दबाव बनाने लगे नित नई शिकायतें हमारे विरुद्ध की जाने लगी। कुछ व्यक्ति खुद को सर्वे नंबर 357 की भूमि के भूखंड का मालिक बताते हुए अनावश्यक विवाद की स्थिति निर्मित कर हम विकासकर्ता व भूस्वामी से अवैध राशि प्राप्त भी करना चाहते हैं।
भूखंड विक्रय करने वाले कॉलोनी विकासकर्ता के संपूर्ण दस्तावेजों की जांच भी की जाए
श्रद्धा सबुरी डेवलपर्स परीक्षित जोशी आनंद शर्मा ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि जिन शिकायत कर्ताओं द्वारा हमारे नवनिर्मित सर्व सुविधा युक्त कॉलोनी के भूखंड पर कब्जा जमाने का प्रयास किया जा रहा है उन्हें पूर्व में भूखंड विक्रय करने वाले कॉलोनी विकासकर्ता सीताराम भारुंड व भागीदार मुकेश कांसल के संपूर्ण दस्तावेजों की जांच भी की जाए।उक्त भूमि का ना तो कोई सीमांकन करवाया गया है, ना ही कोई व्यपवर्तन करवाया गया है, बिना किसी विधिमान्य व्यपवर्तन के उक्त भूमि पर अवैध कॉलोनी का निर्माण किया गया तथा नक्शा तैयार किया गया जिस पर किसी भी सक्षम अधिकारी से स्वीकृत कराए बिना, विक्रय अनुमति प्राप्त किए बिना, विकास अनुमति प्राप्त किए बिना ही अवैध रूप से भूखंड विक्रय कर दिए गए थे। जिसका खामियाजा अब शिक़ायत कर्ता भुगत रहे है।शिकायत कर्ताओं को पूर्व कॉलोनी विकासकर्ताओं से भी दस्तावेजों की मांग करनी चाहिए।
शांतिपूर्ण तरीके से विधिक कॉलोनी का निर्माण करना चाहते हैं

श्रद्धा सबुरी डेवलपर्स परीक्षित जोशी आनंद शर्मा ने कहाकी हमारा उनसे कोई विवाद नहीं है हम शांतिपूर्ण तरीके से विधिक कॉलोनी का निर्माण करना चाहते हैं हमें बेवजह परेशान किया जा रहा है|गौरतलब है कि कुछ दिनों पूर्व शिकायत कर्ताओं द्वारा कॉलोनी के निर्माण को रोके जाने की मांग की गई थी वह बताया गया था कि इस कॉलोनी में हमारे भूखंड का कुछ हिस्सा भी आ रहा है।
वर्जन
रामकृष्ण विहार कालोनी के कालोनीनाइजर एव पूर्व भूखंड के प्लाट धारको की तरफ से कार्यालय मे शिकायत दोनों पक्षो की तरफ से भूखंड सीमाकन की नपती हेतु तहसीलदार को जाच करने के बाद शीघ्र ही प्रतिवेदन कार्यालय मे प्रस्तुत करे|
अनुकूल जैन–एसडीएम राजस्व अधिकारी बड़वाह
वर्जन
रामकृष्ण विहार कालोनी को लेकर आसपास के प्लाट धारको के द्वारा भूखंड सीमाकन की नपती हेतु विभाग मे आवेदन लगाया गया है|जाच के बाद ही वस्तु स्थिति स्पष्ट हो सकेगी
संजय पाटीदार –पटवारी राजस्व विभाग बड़वाह

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