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महांकाल लोक परियोजना के लोकार्पण पर जिले के मंदिरो में भी कार्यक्रम आयोजित होंगे-

कलेक्टर ने मंदिर के पुजारियों एवं सामाजिक संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक की

भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा महांकाल परिसर उज्जैन में 11 अक्टूबर 2022 को महांकाल लोक परियोजना का लोकार्पण किया जाएगा। इस कार्यक्रम का जिले के 22 मंदिरों में सीधा प्रसारण होगा। कार्यक्रम के आयोजन के लिए कलेक्टर श्री दिनेश जैन ने आज मंदिरों के पुजारियों एवं सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की।

कलेक्टर श्री जैन ने सभी से अनुरोध किया कि महांकाल लोक परियोजना के लोकार्पण के शुभ अवसर पर मंदिरों में भी साज-सज्जा कराएं, उत्सव का माहौल बनाएं। स्थानीय स्तर पर धार्मिक कार्यक्रम जैसे कि सुंदर कांड या भजन का भी आयोजन रखें। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए स्थानीय नागरिकों तथा सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों को भी आमंत्रित करें। कलेक्टर ने कहा कि कार्यक्रम का आयोजन यादगार होना चाहिये, जिसे लोग बाद में भी याद करें। स्थानीय कार्यक्रम 11 अक्टूबर को शाम 4.00 से 5.00 बजे तक संपन्न करा लें।

इसके बाद शाम 5.30 बजे से रात्रि 7.00 बजे तक महांकाल लोक परियोजना के लोकार्पण समारोह का सीधा प्रसारण होगा।—-

-मंदिरो में साफ-सफाई, साज-सज्जा, लाईटिंग भी होगी—-बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती मंजूषा विक्रांत राय ने बताया कि कार्यक्रम के संबंध में शाजापुर जिले में व्यापक तौर पर व्यवस्थाएं की जा रही है। जिसके अनुसार जिले में कुल 976 शासन संधारित मंदिर हैं, जिनके पुजारियों, गावं के सम्मानित प्रतिनिधियों, ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों आदि से बैठक की जाकर मंदिरो की साफ-सफाई, साज-सज्जा, लाईटिंग तथा 11 अक्टूबर 2022 को मंदिरों में रूद्राभिषेक, हवन, दीप प्रज्जवलन तथा आरती व प्रसादी का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। साथ ही 11 अक्टूबर 2022 को जिले के 22 प्रमुख मंदिरों में महाकाल लोक परियोजना कार्यक्रम के मुख्य कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दिखाया जायेगा।

इन मंदिरों की साफ-सफाई, साज-सज्जा, लाईटिंग, दीप प्रज्जवलन, हवन, पूजन, महाआरती तथा प्रसादी वितरण के अतिरिक्त प्रधानमंत्री जी के लाइव प्रसारण की व्यवस्था की जाएगी। 11 अक्टूबर 2022 को महाकाल परिसर उज्जैन में महांकाल लोक के लोकार्पण में तथा शाजापुर जिले के शिव भक्तों के शामिल होने के लिये लगभग 100 बसों की व्यवस्थाए तथा लगभग 400 छोटी गाड़ियों में भी श्रद्धालुओं के जाने की संभावना है।

शाजापुर जिले की 05 प्रमुख नदियां चीलर, पार्वती-अजनाल, कालीसिंध, लखुन्दर, नेवज नदी के पवित्र जल को लेकर 05-05 लोगों के पांच ग्रुप को 05 गाड़ियों से रवाना किया जाएगा।——जिले के 22 प्रमुख मंदिरों में मुख्य कार्यक्रम होगा——भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा महांकाल परिसर उज्जैन में 11 अक्टूबर 2022 को महाकाल लोक परियोजना के लोकार्पण समारोह पर जिले के 22 प्रमुख मंदिरों में मुख्य कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।

जिसमें तहसील पोलायकलां के ग्राम सुन्दरसी में श्री महाकालेश्वर हरसिद्धी मंदिर, कस्बा पोलायकलां में श्री रामदेव जी का मंदिर एवं पोलायखुर्द में श्री राम मंदिर, मो.बड़ोदिया तहसील के कुम्हारिया खास में श्री मनकामनेश्वर महादेव मंदिर, कस्बा मो.बड़ोदिया में श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर, शुजालपुर तहसील के शुजालपुर में श्री जटाशंकर महादेव मंदिर,

जामनेर में श्री महिषासुर मर्दिनी मंदिर (दुर्गा जी का मंदिर), रायकनपुरा में श्री हनुमान मंदिर, शुजालपुर मंडी में श्री राम मंदिर, अकोदिया में श्री पशुपतिनाथ मंदिर (शिव जी का मंदिर), गुलाना तहसील के बागली में श्री हाटकेश्वर आश्रम (शिव जी का मंदिर), अय्यापुर में श्री बालाजी सरकार (हनुमान जी का मंदिर),

बोलाई में श्री सिद्धवीर हनुमान मंदिर (हनुमान जी का मंदिर), तहसील के शाजापुर के तीन मंदिरो- श्री राज राजेश्वरी माता मंदिर शाजापुर (दुर्गा जी का मंदिर), श्री ओकारेश्वर महादेव मंदिर (शिव जी का मंदिर), श्री चामुण्डा माता मंदिर टेकरी दुपाड़ा रोड (चामुण्डा माता जी का मंदिर), मक्सी तहसील के मक्सी में श्री शिव मंदिर कचहरी चौक (शिव जी का मंदिर), श्री झरनेश्वर महादेव मंदिर (शिव जी का मंदिर), झोकर में श्री द्रोणापुरी मंदिर झोंकर (शिव जी का मंदिर) तथा कालापीपल तहसील में ग्राम अलीसरिया में श्री भोला डूंगरी मंदिर (शिव जी का मंदिर), कस्बा कालापीपल में श्री राम मंदिर (राम जी का मंदिर) एवं देहरीघाट में मां पार्वती मंदिर अजनाल एवं पार्वती नदी का संगम (पार्वती जी का मंदिर) मंदिर पर कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।

इस अवसर पर नगरपालिका उपाध्यक्ष श्री संतोष जोशी, अनुविभागीय अधिकारी श्री नरेन्द्र नाथ पाण्डेय, डिप्टी कलेक्टर श्री अजीत श्रीवास्तव, जिला शिक्षा अधिकारी श्री विवेक दुबे, तहसीलदार श्री सुनील जायसवाल सहित मंदिरों के पुजारी एवं सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी भी मौजूद थे।

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