कबीर मिशन समाचार।
नीमच। करणीसेना ने 8 जनवरी को जम्बूरी मैदान में एक विशाल आंदोलन किया था। जिसको लेकर ठाकुर लाखन सिंह सिसोदिया ने बताया कि मैं कांग्रेसी नहीं हूं मेरे गांव में हमेशा भाजपा विजय हुई है परंतु मैं राजपूत हूं 8 जनवरी भोपाल जन आंदोलन में हमारे नेतृत्व में सर्व समाज एकजुट होकर जा रहा था तभी भाजपा ने आंदोलन में शामिल होने वाली बसों के परमिट निरस्त कर दिए और रोक रोक कर खूब परेशान किया भोपाल में जंबूरी मैदान की बिजली भी काट दी गई पानी की या किसी प्रकार की सुविधा उपलब्ध नहीं करवाई गई पर कोई बात नहीं फिर 22 मांगों की जगह 18 मांगे पूरी करने का लिखित में वचन दिया और जो समय मांगा उससे 1 महीना हमने अधिक दिया था और फिर 4 महीने बाद अपनी बात और वचन से मुकर गए और कह दिया कि वह तो तुम्हें वापस घर भेजने का उपाय था अब तुम्हें जो करना है वह करो अब सवाल आम जनता और भाजपा कार्यकर्ताओं से है कि करणी सेना के साथ ऐसा सौतेला व्यवहार क्यों किया 22 सूत्रीय मांग कोई राजपूतों की निजी नहीं थी सभी वर्गों के समाज की थी हमने सिर्फ उसका नेतृत्व किया था और वह इसलिए किया क्योंकि हम क्षत्रिय हैं या हमारा कर्तव्य था और धर्म भी और भाजपा ने राजपूताना के साथ विश्वासघात किया है। अब अगर भाजपा मध्यप्रदेश में हारती है तो उसका कारण स्वयं भाजपा है। उसका रोना वह धर्म और जातिवाद के नाम पर ना रोये।
करणी सेना टीम जीवन सिंह शेरपुर।