विगत 2 माह से भारत के राज्य मणिपुर में हिंसा भड़की हुई है जिसमें आदिवासी समुदाय को परेशानी एवं मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाया गया एवं सामूहिक बलात्कार किया गया है जिसको लेकर लामता क्षेत्र के सर्व सामाजिक युवाओं के द्वारा लामता पुलिस थाना के सामने प्रदर्शन किया गया मणिपुर, मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार एवं केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई
क्षेत्रीय युवाओं के द्वारा आक्रोश जाहिर करते हुए केंद्र सरकार का पुतला दहन करने का प्रयास किया गया परंतु शिवराज की सरकार ने पुतला दहन में विघ्न डालते हुए छीनने का काम किया है हालाकी युवाओं ने नारेबाजी में कमी नहीं की और पुलिस प्रशासन के खिलाफ भी नारेबाजी करने लगे युवाओं ने कहा संपूर्ण भारत में आदिवासियों के साथ किए जा रहा है अमानवीय व्यवहार और अत्याचार के खिलाफ प्रदर्शन जारी रहेगा नायब तहसीलदार लामता को ज्ञापन के माध्यम से न्याय की गुहार लगाते हुए ज्ञापन सौंपा गया ।
केंद्र सरकार,राज्य सरकार को घेरते हुए जमकर गरजे युवा ।
मणिपुर में भड़की हिंसा को लेकर केंद्र सरकार के द्वारा कदम ना उठाना कहीं ना कहीं अपनी सरकार को बचाने की मुहिम चलाई जा रही है युवाओं ने कहा मणिपुर के मुख्यमंत्री को तत्काल अपना त्यागपत्र दे देना चाहिए उनसे राज्य नहीं सभाल रहा है
उसी तर्ज पर मध्यप्रदेश की सीधी जिले में हुई आदिवासी युवा पर पेशाब वाली घटना पर युवाओं के द्वारा गरजते हुए कहा गया कि क्या केवल आदिवासियों के साथ ही यह अमानवीय घटना किया जाना और मुख्यमंत्री का पैर किसी और आदिवासी युवक का धोना कहीं ना कहीं षड्यंत्र प्रतीत होता है जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपराधी को संरक्षण देने का कार्य करते हुए आदिवासियों की अवहेलना कर रहे हैं ।
इनका कहना
भारत के राज्य मणिपुर में विगत 2 माह से अधिक हो गया जहां पर हिंसा भड़की हुई है और आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाने तथा सामूहिक बलात्कार करने का मामला प्रकाश में है परंतु केंद्र की मोदी सरकार एवं मणिपुर कि राज्य सरकार के द्वारा अब तक अपराधियों को दंड नहीं दिया जाना बताता है कि कहीं ना कहीं केंद्र सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है तत्काल अपराधियों को पकड़ कर एनएसए लगाया जाना चाहिए ।
अकुंश चौहान