कबीर मिशन समाचार
उत्तरप्रदेश
घटना उत्तर प्रदेश के बरेली शहर की है जहां दलित की हत्या कर दी गई और पत्नी के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया। इन सबके पीछे कारण बस इतना था कि उसके घर बेटा होने पर उसने इन्हें लड्डू नहीं खिलाये थे। लड्डू न खिलाने पर ऐसा तालिबानी व्यवहार क्यों? यहां दलितों के जान और उनके आबरू की कोई कीमत नहीं।
पत्नी द्वारा वीडियो में बताया गया है, कि दबंगों द्वारा पति से लड्डू मांगे गए तो मैं बोली लड्डू बनवाए थे तब तुम नहीं आए थे, अब काहे के लड्डू बाद में खिलवा देंगे। दबंगों द्वारा बोला गया शादी भी हो गई पव्वा भी नहीं पिलाया नहीं लड्डू खिलाए। पति जब खेत पर चले गए तो मेरी इज्जत लूटने के लिए आए थे मैं अकेली घर में थी मेरी इज्जत लूटी और मेरे ऊपर चढ़कर मारा मुझे डंडा से, जब तक मेरे पति आ गए पति को खींच कर ले गए और मारा रोड के बाहर पेड़ से बांधकर, फिर खत्म हो गए। जिन्होंने मारा वें ठाकुर है।
हर दिन ऐसी अनेक घटनाएं देश के किसी न किसी हिस्से में घटती ही रहती है। यदि कानून का डंडा समय पर अपराधियों के प्रति बिना किसी भेदभाव के चलेगा तो ना केवल ऐसी घटनाओं पर रोक लगेगी बल्कि अपराधियों में एक भय माहौल कायम होगा। सत्ता में कोई भी हो शासन कर रहे लोगों की जवाबदेही होती है, कि उनके शासन में जनता भय मुक्त रहे। आखिर शासन होता किसके लिए है, जनता के लिए ही ना, तो फिर अपराधिक घटनाएं लगातार क्यों बढ़ती रहती है इसका उत्तर शासन करने वाले को देना चाहिए।
अमेरिका के 16 वें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन की शासन के लिए वह परिभाषा सभी को जरूर याद होनी चाहिए। जिसमें उन्होंने कहा था,कि लोकतंत्र जनता का, जनता के लिए और जनता के द्वारा होता है।